- फैमिली फार्मर व फैमिली काऊ योजना का शुभारम्भ
- 120 से अधिक आर्गेनिक स्टाल्स
- विशेषज्ञों द्वारा दी गई जैविक कृषि की तकनीकी जानकारियां
http//daylife.pageइंदौर। मिशन हेल्दी इंडिया के तहत देश के सबसे बड़े जैविक कृषि ज्ञान सम्मेलन का दूसरा दिन वैज्ञानिकों व कृषि विशेषज्ञों के नाम रहा। ऑर्गेनिक एक्सपो 2021 के दूसरे दिन की शुरुआत जैविक प्रमाणीकरण और उसका उद्देश्य विषय के साथ हुई, जिस पर मुंबई से पहुंचे जैविक कृषि सलाहकार सचिन पालकर ने सभी को संबोधित किया। वहीं उद्यमी रमेश भाई रूपारेलिया ने गौ आधारित प्राकृतिक कृषि, प्रसंस्करण एवं निर्यात, नीलेश त्रिवेदी, निदेशक सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम, इंदौर प्रशासन, ने खाद प्रसंस्करण और निर्यात के अवसर, मनोज कुमार, सहायक संचालक कृषि व जैविक निरीक्षक ने जैविक प्रमाणीकरण का महत्व व प्रक्रिया, तथा ताराचंद बेलजी, जैविक कृषि एवं प्रशिक्षक, ने प्राकृतिक जीव विज्ञान एवं वृक्ष आयुर्वेद विषय पर संबोधन देते हुए महत्वपूर्ण बिंदुओं को रेखांकित किया। इस दौरान ताराचंद ने केंद्र सरकार की फार्मर्स प्रोडक्शन कंपनी की योजनाएं तथा विभिन्न बैक्टीरिया के बारे में बताया। वहीं रमेशभाई रूपारेलिया ने गौ आधारित प्राकृतिक कृषि, प्रसंस्करण एवं निर्यात विषय के अंतर्गत गाय को उपयोग व आरोग्य का सुगम जरिया बताते हुए गौ पालन की विशेष जानकारियां प्रदान की।
वहीं ज्ञान सम्मेलन के तीसरे दिन जैविक खेती एवं बाजार तंत्र विषय पर मनोहर शोटे, वैश्विक जैविक लीडर, जैविक खेती की समग्र अवधारणा पर युवा वैज्ञानिक पवन टाक, कुटीर खाद प्रसंस्करण इकाई एवं आर्थिक चक्र की निर्मिति विषय पर वरुण रहेजा, प्रवर्तक व उद्यमी, जबकि जहर नहीं विषय पर तांबे जी तथा जैविक कीटरोग एवं खरपतवार नियंत्रण विषय पर कृषक व उद्यमी रवि केलकर का उद्बोधन सुना जा सकता है।
इस प्रदर्शनी में जैविक कम्पनियों के स्टाल तथा जैविक कृषि कर रहे किसानों के उत्पादों की प्रदर्शनी और विक्रय किया जा रहा है। जैविक कृषि ज्ञान सम्मलेन का मुख्य उद्देश्य जैविक खेती के साथ आर्गेनिक उत्पादों के अधिक प्रोडक्शन को बढ़ावा देने के लिए किसानों को प्रोत्साहित करना है। यहाँ आपको घी, तेल नमक मसाले, पूजा पाठ सामग्री से लेकर फल व सब्जियों तक, सब कुछ जैविक खेती से तैयार किया हुआ ही मिलेगा।
गौरतलब है कि एक्सपो के आगामी दिनों में गौ आधारित जैविक खेती का सजीव प्रदर्शन भी देखने को मिलेगा। जहां उन्नत किस्म के पशुओं की प्रदर्शनी, गोबर, गौमूत्र व फसल अवशेष के माध्यम से निर्मित विभिन्न प्रकार की जैविक खादों की प्रदर्शनी तथा जैविक सूक्ष्म पोषक तत्वों के निर्माण की विधि का सजीव प्रदर्शन भी होगा। इसके अतिरिक्त मेले में पहुंचने वालों के लिए जैविक सब्जी मंडी एवं फ़ूड ज़ोन भी मुख्य आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं।