ग्रामीण प्रतिभाओं को तराश कर लोक संस्कृति को प्रोत्साहित करें : कल्ला

 दिव्यांग एवं युवा ग्रामीण प्रतिभाओं का सम्मान


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जयपुर। बसन्त पंचमी के उपलक्ष्य में कला मंज़र संस्था द्वारा चित्रगुप्त ज्ञान मंदिर बापुनगर में कला मंज़र बसन्त उत्सव का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन व सरस्वती पूजन के साथ हुआ। आयोजन की अध्यक्षता वरिष्ठ नृत्य गुरु पं. हरी दत्त कल्ला ने की एवं अति विशिष्ट अतिथि के रूप में पदमश्री तिलक गिताई ने शिरकत की। मुख्य अतिथि वरिष्ठ साहित्यकार व पत्रकार ईश मधु तलवार व वरिष्ठ नृत्य गुरु अभिनेत्री श्रीमती उषाश्री, विशिष्ट अतिथी आकाशवाणी की कार्यक्रम-अधिकारी रेशमा खान व अंतरराष्ट्रीय कराटे कोच शिहान राधे गोविंद माथुर ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई।

कवियत्री डॉ. कविता माथुर ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। बहुमुखी प्रतिभा के धनी राजीव आचार्य ने स्वागत वक्तव्य देकर अतिथियों का स्वागत किया तत्पश्चात कलाकारों को प्रशस्ति पत्र वितरण व सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गए। 

आभार प्रदर्शन में संस्था की महासचिव मीनाक्षी माथुर ने संस्था के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि आयोजन में ग्रामीण क्षेत्र के दिव्यांग व युवा कलाकारों को आमंत्रित किया गया है उन्होंने बताया कि कला मंजर वसंत उत्सव प्रतिवर्ष आयोजित किया जाए जिन पुरस्कारों की घोषणा की गई उनके नाम इस प्रकार हैं "कला मंज़र कला साधक सम्मान-2021" ये सम्मान दृष्टि बाधित सुप्रसिद्ध लोक गायिका सुश्री रमा देवी व मिरासी समुदाय के वरिष्ठ ढोलक वादक कालू खां बावरा को दिया गया।

"कला मंज़र कला-सेवक सम्मान - 2021" समाजसेवी विक्रम सोनड़ी को और "कला मंज़र युवा प्रतिभा सम्मान - 2021" से 7 युवा ग्रामीण प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया। जिनमें इस्माइल खां मिरासी, मुनसाद खां मिरासी, असग़र खां मिरासी, अरसद खां बावरा, रुकसाना मिरासी, अलका मिरासी, शिवम कुमार के नाम शामिल हैं इनमें 2 महिलाएं और एक दिव्यांग कलाकार है।

कार्यक्रम में जयपुर रंगमंच व संगीत-साहित्य जगत की महत्वपूर्ण हस्तियां उपस्थिति थी। मंच संचालन लेखिका उर्वशी चौधरी ने किया। (प्रेस विज्ञप्ति)