गाज़ियाबाद। वरिष्ठ पत्रकार, लेखक, पर्यावरणविद व राष्ट्रीय पर्यावरण सुरक्षा समिति के अध्यक्ष ज्ञानेन्द्र रावत की हालत अभी स्थिर बनी हुई है। ज्ञातव्य है कि श्री रावत का कई बरस पहले हृदय का आपरेशन हो चुका है और काफी लम्बे अरसे से वह मधुमेह व रक्तचाप की समस्या से पीडित हैं। बीते दिनों शुगर बढ़ने के चलते उनके पैरों में, टांगों में सूजन बहुत बढ़ गयी थी। उनके पूरे पैरों मैं सूजन और बडे़-बडे़ फफोले पड़ने से उनमें पानी भर गया था जिससे उनकी हालत चिंताजनक स्थिति में पहुंच गयी थी और खराब होती जा रही थी।
यह जानकारी उनके सहयोगी गगनदीप सिंह ने देते हुए बताया कि अब उनके दोनौं पैरों से पानी निकाल दिया गया है। उनका इलाज जाने-माने मधुमेह विशेषज्ञ डा. केसरी की देखरेख में चल रहा है और उनकी हालत स्थिर बनी हुयी है। गगनदीप के अनुसार यदि समय रहते उन्हें उपचार नहीं मिलता तो उनकी टांगें काटे जाने का खतरा था। हम सभी उनके शीघ्र स्वस्थ होने की ईश्वर से प्रार्थना करते हैं।