चम्बल नाव हादसा : दुःख की इस घड़ी में सरकार आपके साथ
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जयपुर । स्वायत्त शासन मंत्री राजस्थान शांति धारीवाल एवं कोटा जिला प्रभारी मंत्री और राजस्थान के कृषि मंत्री लालचंद कटारिया ने कोटा जिले के तालाब गांव, छत्रपुरा, बरनाहाली पहुंचकर नाव हादसे के मृतकों के परिजनों को ढांढस बंधाया और कहा कि दुख की इस घड़ी में सरकार उनके साथ खड़ी है। स्वायत्त शासन मंत्री ने मृतकों के परिजनों को सांत्वना देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत गोठड़ा चम्बल हादसे के मृतकों के आश्रितों को 2 लाख रुपए की मदद की घोषणा कर चुके हैं। इसमें से 1 लाख रुपए अभी दिए जा रहे हैं और शेष 1 लाख रुपए भी शीघ्र दिए जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि एक परिवार में दो से अधिक जन हानि होने पर प्रति परिवार 5 लाख रुपए की मदद सरकार द्वारा दी जाएगी।
स्वायत्त शासन मंत्री ने कहा कि स्टेट हाइवे मंजूरी के लिए प्रयास किए जाएंगे और यहां पुल बनाने की बात भी वे आगे रखेंगे। उन्होंने कहा कि हाड़ौती नदी बाहुल्य क्षेत्र है और भविष्य में इस प्रकार के हादसे की पुनरावृत्ति न हो, इसके लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे। कोटा जिला प्रभारी मंत्री लालचन्द कटारिया और स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल चम्बल नदी स्थित घटना स्थल पर भी गए और मौका मुआयना कर इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की बात कही। उन्होंने कहा कि नावों के हालत एवं सुरक्षा मानकों की समीक्षा की जाएगी और सुरक्षा मापदण्डों का पालन नहीं करने वाली नावों को जब्त कर जिम्मेदारों के प्रति सख्त कार्यवाही की जाएगी।
कोटा जिला कलक्टर उज्ज्वल राठौड़ ने कहा कि चम्बल नाव हादसे में अपने परिजनों को खोने वाले प्रभावित परिवारों के बच्चों को पालनहार योजना व अन्य को पेंशन योजना का लाभ शीघ्र दिलाया जाएगा। इस दौरान उनके साथ विधायक रामनारायण मीना, पूर्व विधायक सी.एल. प्रेमी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पारस जैन, एसडीएम रामावतार, रविन्द्र त्यागी, सरोज मीणा, डॉ. जफर मोहम्मद, राकेश बोयत सहित कई गणमान्य व्यक्ति भी थे।