बीएसडीयू में स्किल कार्निवल का आयोजन

विश्व युवा कौशल दिवस के अवसर पर





Mr Amit Sharma, Manager, Fab Lab BSDU, Dr Neeraj K Pawan, Chairman, RSLDC, Mr Vishnu Charan Malik, MD, RSLDC, Prof Dr Ravi Kumar Goyal, Principal, SES BSDU 

 

 



 

• कौशल की शक्ति को बढ़ावा देने और इस दिशा में जागरूकता फैलाने का मकसद


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जयपुर। भारतीय स्किल डेवलपमेंट यूनिवर्सिटी, जयपुर ने 15 जुलाई 2020 को विश्व युवा कौशल दिवस के अवसर पर स्किल कार्निवल का आयोजन किया है। इस एक सप्ताह लंबे कार्निवल की थीम ‘कुशल युवा के लिए कौशल’ रखी गई है। कौशल की शक्ति को बढ़ावा देने और कौशल विकास और तकनीकी व्यावसायिक शिक्षा के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए इस स्किल कार्निवल का आयोजन किया जा रहा है। कार्निवल 12 जुलाई को शुरू हुआ और 18 जुलाई को समाप्त होगा।


इस स्किल कार्निवल के असाधारण आयोजन के तहत 1 लाख से अधिक प्रतिभागियों के पंजीकरण करने की उम्मीद है। एक हफ्ते के इस कार्निवल के दौरान अनेक आयोजन होंगे, जिनमें फ्यूचर स्किल्स पर वेबिनार, स्किल वर्कशॉप्स, ऑनलाइन स्किल क्विज और कैरियर गाइडेंस सेशन जैसे कार्यक्रम भी शामिल हैं।



डॉ. नीरज कुमार पवन (आईएएस) आरएसएलडीसी के चेयरमैन और श्रम, कौशल, रोजगार और उद्यमिता विभाग के सचिव ने कहा, मुझे बीएसडीयू के साथ हाथ मिलाने और राजस्थान के युवाओं के लिए इस महान अवसर का हिस्सा बनने पर सौभाग्यशाली होने का अनुभव हो रहा है। हमें यह जानकर खुशी हुई कि राजस्थान कौशल में अपनी क्षमता बढ़ा रहा है। मैं युवाओं से संबंधित इस शानदार आयोजन के लिए भारतीय स्किल डेवलपमेंट यूनिवर्सिटी, जयपुर को बधाई देता हूं।


बीएसडीयू के प्रेसीडेंट प्रो. अचिंत्य चौधरी कहते हैं,  स्किल कार्निवल के आयोजन का उद्देश्य व्यावसायिक शिक्षा के महत्व को सामने लाना है, ताकि नए दौर के न्यू नार्मल में काम करने में आसानी हो सके। इस दौरान सप्ताह भर की गतिविधियों में ऐसे आयोजन भी किए जाएंगे, जिनकी सहायता से दैनिक आजीविका के लिए व्यावसायिक कौशल के महत्व को बढ़ावा देने का प्रयास किया जाएगा।


कोरोना वायरस के खतरे ने हालांकि समूचे राष्ट्र को संकट के कगार पर पहुँचा दिया है, लेकिन इस स्थिति ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि आर्थिक रूप से मजबूत बने रहने के लिए हमें आत्मनिर्भर बनना होगा। और कठिन समय में वही लोग सबसे आत्मनिर्भर होते हैं, जो कुशल होते हैं और ऐसे लोग ही ‘आत्म निर्भर भारत’ के सपने को पूरा कर सकते हैं।


बीएसडीयू के स्कूल ऑफ एंटरप्रेन्योरशिप स्किल्स के प्रिंसिपल प्रो. रविकुमार गोयल ने कहा, विश्व युवा कौशल दिवस दरअसल युवाओं को सीखने के कौशल के लिए एक जुनून विकसित करने के लिहाज से प्रेरित करने का दिन है और इसलिए बीएसडीयू, कौशल शिक्षा के महत्व को बढ़ाने के लिए स्किल कार्निवल का आयोजन कर रहा है। इस तरह के आयोजन से युवाओं की सफलता की कहानियां साझा करके छात्रों और उनके अभिभावकों के बीच कौशल शिक्षा के महत्व को नए सिरे से रेखांकित किया जा सकेगा।


स्किल कार्निवल में कैसे भाग लें?


वर्तमान महामारी को देखते हुए सभी इवेंट्स ऑनलाइन आयोजित किए जाएंगे और इस दौरान छात्रों की रचनात्मक प्रतिभा को बढ़ावा देते हुए उनकी व्यक्तिगत सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी, साथ ही कौशल आधारित व्यावसायिक शिक्षा के महत्व पर जागरूकता भी फैलाई जाएगी।
स्किल कार्निवल के प्रमुख इवेंट्स में शामिल हैं- फ्यूचर स्किल्स पर वेबिनार, स्किल वर्कशॉप्स, ऑनलाइन स्किल क्विज और कैरियर गाइडेंस सेशन, आदि होंगें। सभी पंजीकृत प्रतिभागियों को भागीदारी प्रमाण पत्र जारी किया जाएगा। प्रतियोगिता और भागीदारी के नियम के बारे में अधिक जानकारी के लिए विजिट करें- https://ruj-bsdu.in/ हम विभिन्न स्कूलों/कॉलेजों/विश्वविद्यालयों, संकाय सदस्यों, उभरते उद्यमी और विभिन्न राष्ट्रीयताओं के पेशेवरों और सभी छात्रों की भागीदारी को प्रोत्साहित करते हैं। आयोजन सभी के लिए निशुल्क और खुला है।


भारतीय स्किल डेवलपमेंट यूनिवर्सिटी (बीएसडीयू) के बारे मेंः


2016 में स्थापित भारतीय स्किल डेवलपमेंट यूनिवर्सिटी (बीएसडीयू) भारत का पहला अनूठा कौशल विकास विश्वविद्यालय है, जिसे भारतीय युवाओं की प्रतिभाओं के विकास के लिए अवसर, स्थान और गुंजाइश बनाकर कौशल विकास के क्षेत्र में वैश्विक उत्कृष्टता पैदा करने की दृष्टि से उन्हें वैश्विक स्तर पर फिट बनाने के लिए कायम किया गया था। डॉ. राजेंद्र के जोशी और उनकी पत्नी श्रीमती उर्सुला जोशी के नेतृत्व और विचार प्रक्रिया के तहत नौकरी प्रशिक्षण और शिक्षा के लिए बीएसडीयू ने ‘स्विस-ड्यूल-सिस्टम’स्विट्जरलैंड की तर्ज पर इसे स्थापित किया है। बीएसडीयू राजेंद्र उर्सुला जोशी चैरिटेबल ट्रस्ट के तहत एक शिक्षा उपक्रम है और राजेंद्र और उर्सुला जोशी (आरयूजे) समूह ने इस विश्वविद्यालय को 2022 तक 36 कौशल स्कूलों को स्थापित करने के लिए 500 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया है।


इसके पीछे विचार, कौशल विकास की स्विस प्रणाली को भारत में लाने का था, इस तरह भारत में आधुनिक कौशल विकास के जनक डॉ. राजेंद्र जोशी और उनकी पत्नी श्रीमती उर्सुला जोशी ने 2006 में स्विट्जरलैंड के विलेन में ’राजेंद्र एंड उर्सुला जोशी फाउंडेशन’का गठन करते हुए इस दिशा में काम करना शुरू कर दिया। बीएसडीयू का उद्देश्य उच्च गुणवत्ता वाली कौशल शिक्षा को बढ़ावा देना और सर्टिफिकेट, डिप्लोमा, एडवांस डिप्लोमा और स्नातक, स्नातकोत्तर, डॉक्टरेट और विभिन्न कौशल के क्षेत्र में अनुसंधान के लिए पोस्ट-डॉक्टरेट की डिग्री देते देते हुए ज्ञान की उन्नति और प्रसार करना है।