(डे लाइफ इनपुट्स)
भोपाल। महिंद्रा इंश्योरेंस ब्रोकर्स लिमिटेड (एमआईबीएल) ने देश भर के आइसेक्ट ग्राहकों के लिए एक कस्टमाइज्ड ग्रुप हेल्थ इंश्योरेंस प्रॉडक्ट लॉन्च करने के लिए आइसेक्ट के साथ साझेदारी की है। अर्ध-शहरी और ग्रामीण भारत में इंश्योरेंस की पैठ बनाने के लिए किया गया यह रणनीतिक गठबंधन, एमआईबीएल के सतत प्रयास में एक महत्वपूर्ण कदम है। अद्वितीय, सामाजिक रूप से प्रगतिशील यह हेल्थ इंश्योरेंस सॉल्यूशंस विशेष रूप से 29 राज्यों और 3 केंद्र शासित प्रदेशों के आइसेक्ट के 20,000 केंद्रों के ग्राहकों के लिए डिजाइन किया गया है, जो किफायती प्रीमियम पर बेहतर कवरेज प्रदान करेगा। काफी हद तक ये केंद्र अर्ध-शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के ग्राहकों को सेवा प्रदान करते हैं और कौशल विकास, शिक्षा, प्रशिक्षण, वित्तीय समावेशन, आधार कार्ड, पासपोर्ट, पैन कार्ड और अन्य विभिन्न ऑनलाइन सर्विसेज से संबंधित सेवाओं की सुविधा प्रदान करते हैं। ग्राहक अब इन केंद्रों पर एमआईबीएल के माध्यम से कस्टमाइज्ड हेल्थ इंश्योरेंस सॉल्यूशंस का विकल्प चुन सकते हैं।
प्रमुख इंश्योरेंस ब्रोकिंग कंपनी, एमआईबीएल, मुख्य रूप से ग्रामीण और अर्ध-शहरी भारत, एसएमई और कॉरपोरेट्स को सेवाएं प्रदान करती है, और 15 वर्षों से सेवाओं की कमी से जूझ रहे भारत के पिछड़े बाजारों में इंश्योरेंस सेवाओं की पैठ बढ़ाने की दिशा में काम कर रही है। भारत भर में 450 से अधिक स्थानों पर सक्रिय अपने विस्तृत नेटवर्क, और अपने इन-हाउस ग्राहक संपर्क केंद्र की सुविधा के साथ कंपनी ने अपनी स्थापना के बाद से भारत के 3,00,000 गांवों में 1 करोड़ से अधिक इंश्योरेंस मामलों की सेवाएं दी है।
महिंद्रा इंश्योरेंस ब्रोकर्स लिमिटेड के प्रबंध निदेशक डॉ. जयदीप देवारे ने कहा कि “वित्तीय समावेशन और राष्ट्र की आर्थिक समृद्धि एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। हमारा मानना है कि इंश्योरेंस की पैठ बनाना भारत में सच्चे वित्तीय समावेशन को संचालित करने वाले महत्वपूर्ण कारकों में से एक है। इसमें जागरूकता, पहुंच और सामर्थ्य प्रमुख चुनौतियां हैं जिन पर ध्यान देने की जरूरत है। डिजिटलीकरण और मोबाइल की पहुंच बनने से हमें प्रौद्योगिकी का प्रभावी रूप से लाभ उठाने में मदद मिली है, जिससे इन चुनौतियों का सामना करने के लिए अपने प्रस्तावों को फिर से एक नये अंदाज में पेश करना संभव हो रहा है। हमारा दृष्टिकोण सकारात्मक प्रभाव पैदा करते हुए, दायरे से बाहर मौजूद ग्राहकों को शामिल करने के लिए उत्पाद डिजाइन में नवाचार लाने पर केंद्रित है। आइसेक्ट पिछले 34 वर्षों में देश भर में समावेशन को सुगम बनाने की दिशा में भी काम कर रहा है। मुझे विश्वास है कि आइसेक्ट के साथ हमारी साझेदारी, आइसेक्ट की व्यापक पहुंच और ग्राहक कवरेज के कारण, भारत में हर घर तक इंश्योरेंस को ले जाने के हमारे प्रयासों को और मजबूत करेगी।
इस अवसर पर, सिद्धार्थ चतुर्वेदी, निदेशक और कार्यकारी उपाध्यक्ष, आइसेक्ट समूह ने कहा कि एमआईबीएल उन ग्रामीण और अर्ध-शहरी भारत में ग्राहकों के लिए मूल्य गुणवत्ता में वृद्धि कर रहा है जहां इंश्योरेंस की पैठ कम है और सामाजिक और आर्थिक प्रगति की अधिक आवश्यकता है, जिसे इंश्योरेंस समावेशन साकार कर सकता है। एमआईबीएल के साथ इस गठबंधन में हम बहुत तालमेल देख रहे हैं, जो वित्तीय समावेशन को सुविधाजनक बनाने में हमारे प्रयास को आगे बढ़ाने में मदद करेगा और हमारे ग्राहकों को सरल और सुविधाजनक प्रारूप में, सस्ती हेल्थ इंश्योरेंस सॉल्यूशंस तक पहुंच प्रदान करेगा।