विधायक की जनसुनवाई में दिखा चेयरमैन के देवर का दबदबा
सुरेश बागड़ी की रिपोर्टwww.daylife.page
मण्डावर (दौसा)। यहां पिछले कई वर्षों से रामभरोसे चल रही मण्डावर नगर पालिका की व्यवस्थाएं सुधरने का नाम नही ले रही है। कमीशनखोरी के चलते सफाईकर्मियों की मजदूरी का समय पर भुगतान नही होने से प्रत्येक माह में चार बार सफाईकर्मी सफाई कार्य को बंद कर हड़ताल पर चले जाते है। जहां जिम्मेदार हाथ पर हाथ रखकर मूख दर्शक बनकर बैठे रहते है और गैर जिम्मेदाराना लोग पालिका के कार्यों में दखल अंदाजी कर हुकुम चलाते रहते है। ऐसा ही एक मामला बुधवार को पालिका में आयोजित हुई महुवा विधायक आपके द्वार जनसुनवाई कार्यक्रम की सोशल मीडिया पर वायरल हुई वीडियो में दिखाई दिया। जहां महुवा विधायक की फेसबुक आईडी से वायरल वीडियो में दिखाई दे रहा है कि महुवा विधायक राजेन्द्र मीणा से सफाई ठेकेदार योगेन्द्र अग्रवाल द्वारा नगर पालिका मण्डावर में पिछले पांच माह किए गए सफाई कार्य के सफाईकर्मियों के वेतन भुगतान दिलवाने की मांग की गई। जहां विधायक ने कार्यवाहक ईओ पृथ्वी राज मीणा से कहा कि सफाई ठेकेदार का भुगतान क्यों नही कर रहो। जहां कार्यवाहक ईओ और चेयरमैन तो हाथ पर हाथ रखकर तमाशबीन बनकर चुपचाप बैठे रहे। इसी बीच चेयरमैन के देवर ने तपाक से विधायक की बात का जबाव देते हुए कहा कि जब सफाई ही नही हुई है तो पैसे किस बाते के दे। एक माह सफाई कार्य हुआ है जिसका भुगतान कर सकता हूं। मैं जो काम हुआ ही नही है उसका गलत पेमेंट नही करूंगा। गलत पेमेंट करूंगा तो उसका जिम्मेदार कौन होगा। उन्होंने कहा कि दूसरा ठेकेदार लगाया है लेकिन इस ठेकेदार ने सफाईकर्मियों को भडक़ा दिया। जिससे सफाईकर्मी काम बंद कर हड़ताल पर चले गए। जिसको लेकर चेयरमैन का देवर कुछ ज्यादा ही बोलने लगा। तब विधायक ने कहा कि एक मिनट पहले मेरी बात सून यह व्यवस्था नगर पालिका की है और नगर पालिका को कैसे चलना है यह स्वयं पर निर्भर करता है। जहां चेयरमैन के देवर ने कहा कि सफाईकर्मी बीस मिनट काम करते है और कहते है कि भुगतान करों। ये काम तो कुछ करते नही है और पैसे मांगते है। उन्होंने कहा कि सफाईकर्मी मेरी बात को नही मानते है। तब पूर्व सरपंच रामनिवास गोयल ने कहा कि सफाईकर्मी किसके कर्मचारी है ठेकेदार के तो आप सीधे ठेकेदार से बात करों नही करते हो। आप सफाईकर्मियों से क्यों बात करते हो। साथ ही पूर्व सरपंच गोयल ने कहा कि मण्डावर के मुख्य द्वार नए बस स्टैण्ड के पास सडक़ किनारे शहर के कचरे को डाला जा रहा है जिससे शहर का सौन्दर्यीकरण बिगड़ रहा है। उन्होंने कहा कि बाहर से आने वाले मुख्य द्वार पर कचरे के ढ़ेरों को देखकर तंस कसते रहते है। पालिका की अव्यवस्थाओं को लेकर महुवा विधायक ने कड़ी नाराजगी जताते हुए कहा कि अब बहुत बर्दाश्त हो गया है मण्डावर की जनता काफी परेशान है। मण्डावर की जनता के फोन आते है कि इसको वापस ग्राम पंचायत बनवा दो। विधायक ने कहा कि पालिका में जनता के काम नही हो रहे है। शहर के लोगों को सरकार की योजना का लाभ नही मिल पा रहा है। विधायक ने साफ शब्दों में पालिका कर्मचारियों को नसीहत देते हुए कहा कि तरीके से काम करना है तो करो,नही तो अपने बोरिया-बिस्तर बांधलो,मुझे मेरे विधानसभा क्षेत्र में काम करने वाले कर्मचारियों की जरूरत है जनता को परेशान करने वालों की नही। जनसुनवाई कार्यक्रम में चेयरमैन ने एक भी शब्द नही बोला और चेयरमैन का देवर बार-बार सफाईकर्मी और ठेकेदार को दोषी ठहराता रहा। आखिर महुवा विधायक,पालिका ईओ ,मण्डावर एसडीएम एवं तहसीलदार की मौजूदगी में चेयरमैन का देवर बार-बार यह कहता रहा कि मैं गलत काम नही करूँगा। इससे सवाल यह उठता है कि इनकी मौजूदगी में चेयरमैन का देवर ही पालिका का सर्वे-सर्वा क्यों बन रहा था। और अधिकारियों ने इसको बाहर का रास्ता क्यों नही दिखाया। इससे गैर जिम्मेदाराना लोगों के हौंसले तो बढ़ते ही है बल्कि एक महिला जनप्रतिनिधि की आवाज भी दब जाती है।