प्रो. (डॉ.) रामजी लाल जांगिड ने राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु को पत्र लिखा

 

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10 अप्रेल 2025

श्रीमती द्रौपदी मुर्मु जी,

महामहिम राष्ट्रपति 

भारत सरकार नई दिल्ली।

माननीया,

पद्म भूषण डॉ. राम वंजी सुतार विश्वविख्यात मूर्तिकार हैं। उन्होंने गत 19 फरवरी 2025 को सौ वर्ष पूरे कर लिये हैं। एक शताब्दी पूरा कर लेने पर भी नोएडा (उत्तर प्रदेश) के सेक्टर 63 में स्थित अपने स्टूडियो में वह प्रात: 10 से सायं 5 बजे तक विश्व को सजाने के लिए मूर्तियाँ गढ़ते रहते हैं। 

लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की गुजरात में विश्व की सबसे ऊंची मूर्ति (597 फुट) बनाने से वह विश्वभर में चर्चा के केंद्र में आ गए थे। 31अक्टूबर 2018 को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने इस मूर्ति का उद्‌घाटन किया था। पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटलबिहारी वाजपेयी भी उनकी कला के प्रशंसक थे। उनके शिखर व्यक्तित्व के आगे विश्व का हर नागरिक स्वयं को बौना महसूस करता है।

29 मार्च 2025 को दिल्ली विश्वविद्यालय के दौलतराम महिला कालेज में देश भर से आए विद्वानों ने सर्वसम्मति से डा. राम सुतार को भारत रत्न देने की मांग की है। हमें विश्वास है कि भारत को विश्वभर में गौरव दिलाने वाले डा. राम सुतार जी को भारत रत्न देने का आप समर्थन करेंगीं । उपस्थित लोगों की सूची संलग्न है।

भवदीय,

प्रो. (डॉ.) रामजी लाल जांगिड

मो. 8839336724 (व्हाट्सऐप)

9811042179

drramjilaljangid70B@gmail.com