कितनी हास्यास्पद बात है कि बढ़ती महंगाई को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने सांसदों के वेतन भत्ते में 24% वृद्धि की है इसके साथ ही 50,000 यूनिट मुफ्त बिजली, दूरसंचार व मुफ्त पानी की सुविधा भी है। तो क्या मोदी जी को देश की गरीब व मध्यम वर्गीय जनता की तकलीफ दिखाई नहीं देती। बढ़ती महंगाई के कारण पेट भरकर दाल रोटी भी नहीं खा सकती हैं। गरीब से गरीब व्यक्ति भी बिजली के बिल भरता है। पानी का बिल भरता है। निम्न वर्ग से लेकर उच्च वर्ग तक आयकर देता है। सांसदों के भत्ते पर कोई टैक्स नहीं लगता है। जिस क्षेत्र के सांसद होते हैं वहां के प्रत्येक विभाग से रिश्वत लेते हैं।
सरकारी नौकरी देना, तबादला करवाना, बिल पास करवाना ऐसे अनेक कार्य हैं जिससे पूरी कमाई करते हैं।जनता का ही पैसा लूट रहे हैं। माना कि मोदी जी ने विदेशो में जाकर वैश्विक पटल पर भारत का मान बढ़ाया है। सबसे बड़ा दुखद पहलू यह है कि भारत की ही जनता के कष्ट उनको दिखाई नहीं देते।
लेखिका : लता अग्रवाल, चित्तौड़गढ़ (राजस्थान)।