101 काता चेलेंज में खिलाड़ियों ने दिखाया खेल कौशल


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जयपुर। गुलाबी नगरी जयपुर में बसंत पंचमी के अवसर पर सिविल लाइन स्थित स्पोर्टसमार्गा अकेडमी में 101 काता चेलेंज नामक कराते प्रतियोगिता सफलतापूर्वक संपन्न हुई।

जयपुर में कराते इतिहास में यह प्रथम अवसर था जहां कराते की केवल काता शैली की प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। अनंतानंत स्पोर्ट्स के तत्वाधान में आयोजित इस प्रतियोगिता का संदेश खिलाड़ियों द्वारा नशामुक्ति समाज का गठन करने का था। इससे पूर्व जयपुर सहित अन्य जिलों के प्रतिभागियों ने इस ऐतिहासिक प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। इसमें प्रत्येक अकेडमी से प्रत्येक आयुवर्ग के श्रेष्ठतम खिलाड़ी को ही खेलने का अवसर दिया गया। 

इसमें  प्रथम नॉकआउट पद्धति व द्वितीय 101 काता चेलेंज तरीक़े से 2 भिन्न भिन्न प्रतियोगिता हुई। प्रतियोगिता के आयोजक हांसी पवन कुमार शर्मा ने बताया कि काता शैली खिलाड़ी के धैर्य व आत्मबल का घोतक है अतः इसका संवर्धन किया जाना चाहिए।

आयोजक समिति की सराहना करते हुए सेंसई विरेन्द्र सिंह रावत ने बताया कि ऐसी प्रतियोगिता समय समय पर आयोजित की जानी चाहिए।सेंसई ओमप्रकाश निर्वाण ने बताया कि काता शैली का सटीक प्रशिक्षण व अभ्यास द्वारा युवा पीढ़ी को पूर्णतया अनुशासित व धैर्यवान बनाया जा सकता है। वहीं कोटा से आये सेंसई जय कुमार ने इसे बहुत ही सराहनीय कदम बताया।

इस कठिन प्रतियोगिता में मयंक शर्मा , मयूर शर्मा ने संयुक्त रूप से प्रथम, सिमरन सोनी ने द्वितीय , जिनिशा रूदियाल ने तृतीय व त्रिशा ने चतुर्थ स्थान प्राप्त किया। इस प्रतियोगिता में खिलाड़ियों के  कौशल का उच्चतम प्रदर्शन हुआ। 

विजेता खिलाड़ी को काष्ठ व धातु से बना हुआ हाथी पुरस्कार के रूप में प्रदान किया गया शेष स्थान पर आए खिलाड़ियों को स्मृति चिन्ह भेंट की गई।इसी तर्ज पर प्रत्येक आयु वर्ग के विजेता खिलाड़ी को भी स्मृति चिन्ह दिया गया। विजेता टीम के कोच को रजत  से निर्मित लड्डूगोपाल भेंट दी गई साथ ही सभी कोच को रजत माला भेंट की गई। सभी आगुन्तकों के लिए स्वादिष्ट भोज का प्रबंध किया गया जिसका खिलाड़ियों द्वारा भरपूर आंनद लिया गया। प्रतियोगिता में योगानंद शर्मा, नवल रूदियाल व सूरज कुमार ने  भी सहयोग किया। आयोजक पवन कुमार शर्मा ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए प्रतियोगिता समापन की घोषणा की।