कलानेरी आर्ट गैलरी में हुई मजलिस कि प्रस्तुति शाम-ए-शब्द"

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जयपुर। कला और सृजनात्मकता का एक अनूठा संगम 'मजलिस' के बैनर तले "शाम-ए-शब्द" कार्यक्रम के रूप में आयोजित किया गया। यह आयोजन जयपुर की प्रसिद्ध 'कलानेरी आर्ट गैलरी' के रचनात्मक परिसर में संपन्न हुआ। कार्यक्रम की थीम 'खुला मंच आफ्टर लंच' थी, जो हर आयु वर्ग के सृजनात्मक व्यक्तियों को एक खुला मंच प्रदान करने के उद्देश्य से तैयार किया गया था।

इस विशेष अवसर पर, 20 से अधिक प्रतिभागियों ने अपनी सृजनात्मकता का परिचय देते हुए कविताओं का पाठ, गीत-संगीत की प्रस्तुति, स्टैंड-अप कॉमेडी और कई अन्य प्रदर्शन किए। कार्यक्रम में सभी प्रतिभागियों ने अपनी रचनात्मकता और विचारों से दर्शकों का दिल जीत लिया।

कार्यक्रम की सबसे खास बात यह रही कि 'आंचल' बालिका गृह के बच्चों ने देशभक्ति से भरी स्किट और राष्ट्रीय गान की शानदार प्रस्तुति दी। बच्चों की इस प्रस्तुति ने पूरे कार्यक्रम में देशभक्ति की भावना को प्रबल किया और सभी दर्शकों की आंखों में खुशी के आंसू ला दिए।

मजलिस के संस्थापकों दीपा माथुर, अभिषेक मिश्रा, विजय गोलेछा, निखिल कपूर, वरुण भंसाली, रिया मनोज ने इस कार्यक्रम में 'शाम-ए-शब्द' के पीछे की अवधारणा को विस्तार से समझाया और 'शाम-ए-कलम' की औपचारिक घोषणा की। यह नया मंच किताबों और साहित्यिक चर्चाओं को समर्पित होगा। इस मंच की लीडरशिप पैनल में साहित्य और कला क्षेत्र के प्रमुख नाम, डॉ. अभिषेक कोठारी ,आलोक सैनी और ऋतु वर्मा शामिल होंगे।

इस अवसर पर 'मजलिस' के संस्थापकों ने कहा, "हमारा उद्देश्य है कि कला, साहित्य और सृजनात्मकता को एक ऐसा मंच प्रदान किया जाए, जो हर आयु वर्ग के लोगों को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर दे। 'शाम-ए-कलम' के माध्यम से हम साहित्य और पुस्तक प्रेमियों के लिए एक अनूठा मंच तैयार करेंगे।

'शाम-ए-शब्द' ने कला और सृजनात्मकता के प्रेमियों को एकजुट कर एक यादगार दिन बनाया। जयपुर की रचनात्मकता को समर्पित इस पहल ने सभी उपस्थित लोगों के दिलों में गहरी छाप छोड़ी।