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मनोहरपुर (जयपुर)। थाना क्षेत्र के मंगलम कॉलोनी में स्थित हाइजीन प्रोडक्शन प्राइवेट लिमिटेड डायपर ओर नैपकिन फैक्ट्री में शनिवार दोपहर 11.45 बजे अचानक शार्ट सर्किट होने से आग लग गई। आग लगने से फैक्ट्री में रखा करोड़ो रुपए का सामान जलकर राख हो गया है।पालिका क्षेत्र में करीब 40 से 50 फैक्ट्री संचालित हैं।पर इनपर कार्यवाही नहीं होने के कारण इनके हौसले बुलंद हैं।
करीब 40 वर्कर फैक्ट्री में कार्य करते हैं तो 20 हजार लीटर का टैंक होना जरूरी हे।तहसीलदार ने कहा कि सोमवार तक सभी फैक्ट्री संचालकों को नोटिस थमाया जाएगा। डायपर फैक्ट्री सहित कई फैक्ट्री में फायर सिस्टम नहीं होने की जानकारी मिली।ओर वही फैक्ट्री में फायर सिस्टम नहीं होने से आग बेकाबू हो गई। जिसपर देर शाम तक भी काबू नहीं पाया जा सका।
जानकारी अनुसार मंगलम कॉलोनी के पास करीब ढाई बीघा जमीन में नागौर निवासी अशोक कुमार चौधरी ने करीब 14 महीने पूर्व बच्चों के डायपर और सैनिटी नैपकिन की फैक्ट्री लगा रखी है। जानकारी अनुसार फैक्ट्री मालिक ने फैक्ट्री संचालित तो कर दी पर 14 महीने बीतने के बाद भी एनओसी नहीं ली।फैक्ट्री के पास न तो फायर एनओसी थी।ओर ना ही मिट्टी की बाल्टी,पाइप लाइन भी उपलब्ध नहीं है।जबकि आग पर काबू पाया जा सकता था।
वही जिम्मेदार अधिकारियों ने फैक्ट्री में जाकर जानकारी लेने की कोशिश नहीं की,अगर जिम्मेदार अधिकारी इन फैक्ट्री संचालकों के पास फायर एनओसी व फायर सिस्टम है या नहीं ।जिसमें शुक्रवार को फैक्ट्री में करीब 10 करोड़ की नई मशीने आई थी। जिनको लगाने का कार्य चल रहा था। वही फैक्ट्री में नियमित रूप से चल रहा प्रोडक्शन का कार्य भी चल रहा था। जिसमें करीब 40 से 45 मजदूर कार्य कर रहे थे। इसी दौरान करीब 11.45 बजे अचानक शॉर्ट सर्किट होने से तार कच्चे सामान पर गिर गया । जिसके बाद फैक्ट्री में लगे सभी तारों ने आग पकड़ ली। आग लगने से फैक्ट्री में अफरा तफरी मच गई और सभी मजदूर जान बचाकर बाहर भाग गए। वही फैक्ट्री में फायर सिस्टम नहीं होने से पास ही इन्हीं की पास स्थित दूसरी फैक्ट्री से हैंड फायर सिस्टम लाया गया । जब तक उससे आग बुझाने का प्रयास किया जाता आग ने विकराल रूप ले लिया। बाद में फैक्ट्री मलिक ने मामले की सूचना थाना पुलिस और फायर ब्रिगेड को मौके पर बुलाया गया।
लेकिन जब तक शाहपुरा से दमकल पहुंचती आग ने पूरी तरह से फैक्ट्री को अपनी गिरफ्त में ले लिया। मामले की सूचना पाकर तहसीलदार मनोहरपुर नीलम राज, पुलिस उपाधीक्षक शाहपुरा मुकेश चौधरी, थाना प्रभारी राजेंद्र यादव, हल्का पटवार संघ के कार्मिक। मौके पर पहुंचे और विभिन्न स्थानों से 10 दमकलों और 4 टैंकरों को बुलाकर आग पर काबू पाने का प्रयास किया गया। किंतु देर शाम समाचार लिखे जाने तक भी आग पर काबू नहीं पाया गया और फैक्ट्री में करीब 10 करोड़ की मशीन सहित करोड़ों का कच्चा सामान जलकर राख हो गया। आग की भयावहता इतनी तेज थी कि करीब 10 किलोमीटर दूर से भी धुंए का गुब्बार दिखाई दे रहा था।
कई स्थानों से बुलवाई दमकल
इस दौरान मौके पर जयपुर,शाहपुरा, आमेर, चौमू, कोटपुतली, विराटनगर सहित कई स्थानों से 10 दमकल गाड़ियों को बुलवाकर आग पर काबू पाने का प्रयास किया गया। इस दौरान पानी की उचित व्यवस्था नहीं होने से 5 पानी के टैंकर भी मंगवाए गए। दमकल और टैंकरों ने करीब 31 फेरे करने के बाद भी आग नहीं बुझ पाई।
घटना स्थल पर यह जनप्रतिनिधि एव अधिकारी रहे मौजूद
घटना की जानकारी मिलने पर तहसीलदार शाहपुरा नीलम राज, विधायक मनीष यादव, भाजपा नेता उपेन यादव, पूर्व विधायक आलोक बैनीवाल, कांग्रेस प्रदेश सचिव प्रवीण व्यास, पालिका अध्यक्ष सुनीता प्रजापत, गिरदावर रामगोपाल जाट, पटवारी राजेन्द्र गुर्जर घटना स्थल पर पहुंचे ओर घटना की जानकारी ली।
दमकल की कमी खली
मनोहरपुर को नगरपालिका में कर्मोन्नत तो की दिया गया किंतु पालिका में फायर ब्रिगेड की गाड़ी नहीं होने से हर बार आग लगने पर शाहपुरा से दमकल मंगवानी पड़ती है। जब तक दमकल मौके पर पहुंचती है तब तक सब कुछ जल जाता है। ग्रामीणों ने विधायक मनीष यादव को अवगत करवाकर शाहपुरा में खड़ी रहने वाली दमकलों में से एकदम क मनोहरपुर में खड़ी करवाने की मांग की। ग्रामीणों ने कहा यदि मनोहरपुर नगरपालिका में फायर ब्रिगेड की गाड़ी होती तो समय रहते आग पर काबू पाया जा सकता था।
फैक्ट्री मालिकों को दिए जाएंगे नोटिस
नायब तहसीलदार निगम रजनी बताया कि मालिकों को नोटिस देकर उनसे फैक्ट्री में फायर सिस्टम और फायर एनओसी के बारे में जानकारी ली जाएगी। जिनके पास फायर सिस्टम नहीं पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
प्रत्यक्षदर्शी की मुंह जुबानी
फैक्ट्री में काम करने वाले यूनिस खान और खोजावाला निवासी उगंता देवी ने बताया कि कार्य करने के दौरान शार्ट सर्किट से अचानक तर टूटकर कच्चे मटेरियल पर गिर गया। जिसने आग पकड़ ली। बाद में फैक्ट्री के चारों तरफ तारों में भी आग लग गई। जिसके बाद श्रमिकों में भगदड़ मच गई। उन्होंने बाहर निकाल कर मलिक को मामले की सूचना दी जिसके बाद हैंड फायर सिस्टम से आग बुझाने का प्रयास किया लेकिन आग पर काबू नहीं पाया गया। कार्य करने वाले कर्मियों ने भाग कर अपनी जान बचाई।