राज्य सरकार प्रतिवर्ष नगर को स्वच्छ रखने के लिए निर्धारित राशि दी जाती है लेकिन यह राशि अधिकारियों के जेब में चली जाती है। शहर में कचरे के ढेर लगे रहते हैं उनमें आवारा पशु मुंह डालते रहते हैं। अभी वातावरण में कई तरह के मच्छर है जो नई-नई अलग-अलग बीमारियां के कारण है। विगत वर्षों में नगर परिषद द्वारा कहीं पर भी फागिंग नहीं करवाई गई है और मच्छरों के खत्म होने वाले पाउडर का भी, छिड़काव नहीं किया गया है।
समय-समय पर फॉगिंग होती रहे या मच्छरों को मारने वाले कीटाणु नाशक पाउडर का छिड़काव किया जाए तो कुछ हद तक सुधार किया जा सकता है।
लता अग्रवाल, चित्तौड़गढ़, (राजस्थान)