पर्यावरण का ध्यान रखा जाए

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विकास के  नाम पर  जंगल साफ किया जा रहे हैं। हरे भरे पेड़ों को काटा जा रहा है। वातावरण में ऑक्सीजन की कमी होती जा रही है। बड़े-बड़े उद्योग शहरी आबादी में लगाए जा रहे हैं उसे निकलता धुआं प्रदूषण फैला रहा है। बड़ी-बड़ी फैक्ट्री का गंदा पानी नालों के जरिए नदियों में जा रहा है और पानी को गंदा कर रहा है पहाड़ों को खोखला किया जा रहा है आए दिन भूस्खलन से होने वाले हादसों के समाचार पढ़ने को मिलते हैं। मानव जीवन व पशु पक्षीके लिए हवा और पानी ही तो जरूरी है। 

लता अग्रवाल, चित्तौड़गढ़, (राजस्थान)।