सांभर में गर्भवती महिलाओं की सोनोग्राफी की नि:शुल्क जांच अटकी

सोनोग्राफी मशीन का अभाव

शैलेश माथुर की रिपोर्ट 

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सांभरझील। निवर्तमान सरकार की ओर से राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को उप जिला अस्पताल का दर्जा मिलने के बाद यहां पर एनेस्थीसिया, पैथोलॉजी, आंख नाक गला रोग विशेषज्ञ के बाद सबसे महत्वपूर्ण सोनोलॉजिस्ट की नियुक्ति भी हो चुकी है। सोनोलॉजिस्ट के पद पर डॉक्टर आकांक्षा विजयवर्गीय को जिम्मेदारी दी गई है लेकिन इनकी नियुक्ति के साथ ही अभी तक सोनोग्राफी मशीन नहीं आने से क्षेत्र के मरीज को इसका वास्तविक लाभ नहीं मिल रहा है। 

यहां के राजनेताओ की निष्क्रियता के कारण अनेक सुविधाओं का अभाव बना हुआ है। लोगों से बात करने पर बताते हैं कि यहां के करीब डेढ़ सौ से 200 डिलीवरी इस अस्पताल पर निर्भर है जिनकी सोनोग्राफी की जांच सरकार ने निशुल्क कर रखी है, लेकिन राजनीति दबाव के कारण सोनोग्राफी मशीन नहीं आ रही है जिसके कारण इन गर्भवती महिलाओं को अपनी जांच के लिए 800 से 1500 रुपए देकर बाहर निजी तौर पर जांच करवाने के लिए बाध्य होना पड़ रहा है। 

बताया जा रहा है कि अस्पताल प्रशासन की ओर से इस मामले में विभाग को पत्राचार भी किया गया है कि शीघ्र सोनोग्राफी मशीन उपलब्ध करवाई जाए ताकि क्षेत्र के लोगों को इसका लाभ मिल सके और बाहर मोटी रकम देकर जांच कराने से उनको राहत मिल सके। बता दें कि करीब दो दशक पहले सोनोग्राफी की मशीन आई थी लेकिन मिली भगत के चलते वह मशीन जयपुर वापस लोटा दी गई थी।