युनानी मेडिकल कॉलेज को मॉडल मेडिकल कॉलेज बनाएंगे : प्रजापति

अरशद शाहीन 

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टोंक। यूनिवर्सिटी कॉलेज आफ यूनानी, टोंक में  मानव संसाधन विकास केंद्र एवं मोआलेजात विभाग के सहयोग से "पोटेनशियल ऑफ यूनानी मेडिसिन इन द मैनेजमेंट का टायफाइड फीवर" के विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर (वैध) प्रदीप कुमार प्रजापति  रहे तथा अतिथि डॉक्टर राकेश शर्मा प्रेसिडेंट मानव संसाधन विकास केंद्र एवं नोडल अधिकारी युनानी कॉलेज रहे। कुलपति ने कहा कि यूनिवर्सिटी कॉलेज आफ यूनानी यूसुफपुरा चराई टोंक एवं इसका चिकित्सालय बग्गी खाना टोंक लगातार विकसित हो रहा है और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, अनुसंधान में उत्कृष्टता और सामुदायिक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रहा है। उन्होंने कहा कि चिकित्सा में सेवा भाव का होना अति आवश्यक है छात्रों को मेडिकल स्किल डेवलप करने पर ध्यान देना चाहिए और छात्रों को नव परिवर्तनकारी होना चाहिए नौकरी चाहने वालों के बजाए नौकरी प्रदान करने वाला होना चाहिए ताकि आर्थिक राष्ट्रवाद और राष्ट्र के विकास में योगदान दिया जा सके। 

उन्होंने कहा मेडिकल कॉलेज को हर तरह की सुविधा उपलब्ध कराएंगे और यूनानी मेडिकल कॉलेज को  मॉडल मेडिकल कॉलेज बनाएंगे। सेमिनार में अतिथि डॉक्टर राकेश शर्मा ने कहा कि  यूनानी मेडिकल कॉलेज कामयाबी की तरफ अग्रसर है और हर साल यहां से छात्र पीजी कोर्स में अच्छी रैंक से नेशनल लेवल पर चयनित होकर कॉलेज का नाम पूरे हिंदुस्तान में रोशन कर रहे हैं उन्होंने कहा इस युनानी मेडिकल कॉलेज में पीजी कोर्स लाने की कोशिश जारी है और बहुत जल्दी इस कॉलेज में पीजी कोर्स होना शुरू हो जाएगा। सेमिनार में डॉक्टर सरफराज अहमद एसोसिएट प्रोफेसर मोआलेजात विभाग ने टायफाइड फीवर के बारे में व्याख्यान दिया उन्होंने बताया कि यूनानी चिकित्सा में टाइफाइड  की रोकथाम के तरीके एवं उसकी चिकित्सा के लिए प्रभावशाली औषधीयां मौजूद हैं इसके बहुत ही सकारात्मक प्रभाव आते हैं यदि इसकासमय पर उपचार कराया जाए तो और रोग जल्द से जल्द ठीक हो जाता है। 

डॉक्टर सरफराज ने बताया कि टाइफाइड एक इन्फेक्शस रोग है जो दूषित जल और भोजन से होता है। इसमें बुखार, सरदर्द, पेट दर्द, उल्टियां, इत्यादि लक्षण पाए जाते हैं। उन्होंने कहा कि आमजन को इसके प्रति जागरूक होना चाहिए और जागरूकता और साफ सफाई से ही हम इस बीमारी से अपना बचाव कर सकते हैं टाइफाइड का समय पर इलाज करना चाहिए इसका  समय पर इलाज न करने से गंभीर जटिलताओं का खतरा बना रहता है। कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर मोहम्मद इरशाद खान  एवं उप प्राचार्य डॉ नाजिया शमशाद ने  कुलपति  एवं डॉक्टर राकेश शर्मा एवं सेमिनार में उपस्थित सभी लोगों का शुक्रिया अदा किया

इस सेमिनार में डॉक्टर शाहिद अली खान,  डॉक्टर सैयद अब्दुल मुजीब, डॉक्टर संजय गंज, डॉक्टर हिना जफर, डॉ राशीद अली खान, डॉ आसिफ अली खान, डॉक्टर अनिसुररहमान, डॉ सम्बुल, डॉक्टर शादमा इशरत, डॉ साएमा, डॉ मुश्तक अहमद, डॉ खतीब अहमद, डॉक्टर मरगूब इत्यादि सभी स्टाफ एवं छात्र और सभी इन्टरन मौजूद रहे।