जयपुर। देशभर के विद्यालय पुस्तकालयो में ग्राफिक नॉवेल "लेट्स गो टू द लाइब्रेरी" का विमोचन 2 अगस्त को डा. एस आर रंगनाथन (भारत के पुस्तकालय आन्दोलन के जनक ) के जन्मदिन के अवसर पर हुआ| इसे डा. सर्वेश पारीक (लाइब्रेरियन भारतीय विद्या भवन विद्याश्रम प्रतापनागर) ने लिखा है और तैयार किया हैं | इस नावेल का उदेशस्य न केवल सभी विद्यार्थियों को विद्यालय पुस्तकालय के बारे में अवगत कराना है , बल्कि पुस्तकालयों में उपलब्ध विभिन पाठ्य सामग्रियो जैसे पत्र पत्रिकाओ, डिजिटल रिसोर्सेज के बारे में चित्रों के माद्यम से अवगत करवाना है| साथ ही विद्यार्थियों के लिए विभिन सहायक सामग्रियों को भी इसमें डाला गया है |
डा. सर्वेश ने नावेल की रिलीज की घोषणा करते हुए इसे विभिन स्कूली पुस्तकालयों की वेबसाइटों पर उपलब्ध करवाया है । यह आकर्षक और शैक्षिक ग्राफिक उपन्यास छात्रों को यह समझने में मदद करने के लिए डिज़ाइन किया गया है कि पुस्तकालय का उपयोग कैसे करें, उपलब्ध असंख्य संसाधनों का पता लगाएं और उन गतिविधियों में भाग लें जो जीवन भर पढ़ने के प्रति प्रेम पैदा करती हैं।
लाइब्रेरियन डॉ. सर्वेश पारीक ने विमोचन पर अपने विचार साझा किए: "पुस्तकालय अनंत ज्ञान और रोमांच के प्रवेश द्वार हैं। 'लेट्स गो टू द लाइब्रेरी' के साथ, मेरा लक्ष्य युवा पाठकों के लिए पुस्तकालय के अनुभव को रहस्यमय बनाना और उन्हें अविश्वसनीय संसाधनों और अवसरों को दिखाना है। पुस्तकालय प्रस्ताव देते हैं।"
पढ़ने की गतिविधियाँ: नियमित पढ़ने को प्रोत्साहित करने और साहित्य के प्रति जुनून विकसित करने के लिए मज़ेदार गतिविधियों और युक्तियों का परिचय देता है।
"लेट्स गो टू द लाइब्रेरी" को आप फ्री में लाइब्रेरी की वेबसाइट पर विजिट कर के पढ़ सकते है https://librarybvbvprtpjpr.wordpress.com/