तहसीलदार, थानाधिकारी ने संभाला मोर्चा
शैलेश माथुर की रिपोर्ट
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सांभरझील। गुढा मैं चारागाह की भूमि पर कई सालों से काबिज अतिकर्मियों के अतिक्रमण को ध्वस्त करने का आज से काम शुरू किया गया। चारागाह भूमि पर कब्जे के मामले को लेकर तहसीलदार न्यायालय की ओर से खुद ही अतिक्रमण हटाने हेतु नोटिस जारी किए गए थे लेकिन पालनि नहीं करने पर सख्ती दिखाते हुए ग्राम पंचायत के माध्यम से राजस्व विभाग के अधीन गोचर भूमि से कच्चे पक्के व अन्य कई तरीके से किए निर्माण को हटाने का काम शुरू हुआ तो ग्रामीणों ने विरोध जताया लेकिन प्रशासन और पुलिस जाप्ता के आगे उनकी एक नहीं चली। प्रशासन ने जेसीबी की मदद से लगाए गए कंटीली झाड़ियां, बबूल, कच्चे मकान को उखाड़ना शुरू कर दिया। इसके अलावा अवैध रूप से बनाए गए बोरवेलों को भी नष्ट किया गया।
विधुत मोटरें, केबलें जब्त कर ली गई। सूत्रों के अनुसार कई लोग एक-एक बीघा में गोचर की जमीन पर रजका, बाजरा आदि की सिंचाई कर बाङियां बना रखी थी। बता दें कि दो साल पहले ग्रामीणों की शिकायत पर तहसीलदार के आदेशानुसार धारा 91 भू- राजस्व अधिनियम 1956 में पारित आदेशों की पालना में ग्राम पंचायत ने अतिक्रमण को हटाया। दूसरी ओर आक्रोशित ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा कि बिना सूचना के हमारे बनाए गए कच्चे-पक्के निर्माण तोङ दिए गए। ग्रामीणों ने बताया कि जिस तरफ से शुरूआत करनी चाहिए थी उधर से नहीं की जिस कारण आमजन को हुए नुकसान से भारी रोष व्याप्त है। लगभग सैकड़ो बीघा चारागाह भूमि पर अतिक्रमण हो रखा है जिसको हटाने के लिए लगभग एक सप्ताह लगेगा।
प्रशासन का कहना है कि अतिक्रमीयों दो साल में नोटिस जारी किए गए थे। लेकिन उसके बाद भी गौचर भूमि को मुफ्त नहीं किया गया। पक्के निर्माण बाद में हटाए जाएंगे। । पटवारी मनीष चौधरी ने ग्रामवासियों से शांतिपूर्ण माहौल बनाए रखने व प्रशासन के राज कार्य में सहयोग करते हुए अपने अतिक्रमण में आ रही सम्पूर्ण सामग्री स्वय हटा लेने की अपील की है। इस दोरान तहसीलदार सज्जन राम, नायब तहसीलदार दिनेश चंद, आर आई लूणवा बंशीलाल बलाई , पटवारी मनीष चौधरी, अशोक गिवारिया, बाबूलाल, मुकेश चौधरी, मुकेश बाज्या, कौशल्या चौधरी, ग्राम विकास अधिकारी नोरतमल, पुष्कर मीणा, थानाधिकारी महेंद्र सिंह, मुकेश शर्मा , शिवराज मीणा लूणवा चौकी, कैलाश, ममता, बिरदाराम आदि सहित मौके पर सैकङो ग्रामीण उपस्थित रहे।