ग्रामीणों ने ज्ञापन देकर डामरीकरण करवाने की मांग की

शैलेश माथुर की रिपोर्ट 

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सांभरझील। गुढ़ा स्थित खेङापति हनुमान मन्दिर जाने वाला मार्ग करीब एक साल से क्षतिग्रस्त पड़ा है। बताया जा रहा है कि रेलवे दोहरीकरण और ट्रायल ट्रैक के लिए निर्माण सामग्री लेकर चलने  वाले ओवरलोड डम्परों की वजह से रोड को काफी नुकसान हुआ है। मार्ग पर अनगिनत छोटे-बड़े गढ्ढों की वजह से दो पहिया वाहन चालकों को भी काफी परेशानी हो रही है। रोड पर जगह-जगह पड़े नुकीले पत्थरों, सड़क पर फैली मिट्टी तथा विलायती बबूल की झाङियों से अटा पड़ा है। 

गौरतलब है कि आसपास के क्षेत्र में सैकङों वर्षो से यहां स्थित अति प्राचीन मंदिर भक्तों की आस्था के केंद्र हैं। यहां पवित्र धाम पर सालभर दर्शनार्थी माथा टेकने के लिए आते हैं। ग्रामीणों ने बताया कि 10-12 वर्ष पूर्व ग्राम पंचायत ने नरेगा श्रमिको की मदद से ग्रेवल बिछाई थी लेकिन लम्बे समय के बाद जीर्ण शीर्ण हुए मार्ग के सुधार हेतु कोई प्रयास नहीं किए गए। हालांकि उक्त उबड़ खाबड़ मार्ग की समस्या को लेकर जिम्मेदार अधिकारियो का कई बार ध्यान आकर्षित कराया लेकिन कान पर जूं तक नहीं रेंग रही है। 

बता दें कि गुढ़ासाल्ट गांव के अधिकतर खेत इसी मार्ग के पास स्थित है फसल बुआई से लेकर कटाई, निराई के बाद घरों पर चारा आदि लाने में भी काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। बरसात के दिनों में हालात बद से बदतर हो जाते है जिसकी वजह से चलना दूभर हो जाता है। हर वर्ष गुढ़ासाल्ट, जाब्दीनगर, नानणा व आसपास के कई गांव ढाणियों के पैदल यात्रा में आने जाने वाले सैकङो जातरूओं की भावना भी आहत हो रही है। मार्ग  को दुरुस्त करने के लिए यहां के ग्रामीणों ने एसडीएम विश्वामित्र मीणा को ज्ञापन देकर अवगत कराया है और मांग कि है इस चौमासे से पहले डामरीकरण हो जाए तो आवागमन में काफी सहूलियत हो सकेगी।