अपनों के लिए सदेव दिल के दरवाजे खुले रखें : सूफ़ी मोईनुद्दीन जिलानी

जाफर लोहानी 

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मनोहरपुर (जयपुर)। खनकाहे बिस्मिल सीकर के सज्जादा नशीन हजरत सूफी मोइनुद्दीन जिलानी सीकर वाले पीर साहब ने कहा कि अपने तो अपने होते हैं अपनों के लिए सदेव दिल के दरवाजे खुले रखें किसी को अपशब्द नहीं कहें आपसी टकराहट व द्वेषता को छोड़कर शांति का दामन थामें और तन की सुंदरता के साथ मन को भी सुंदर बनाएं। यह शब्द सूफी मोईनुद्दीन जिलानी ने एच. के. लोहानी  पैलेस में आयोजित इस्तकबाल ए बुजुर्गानेद्दीन कार्यक्रम में उपस्थित लोगो को संबोधित करते हुए कहे।           

उन्होंने कहा कि सूफी अपने मुरीदो को माता पिता की सेवा करना, भाई बहन का ख्याल रखना,पड़ोसियों से अच्छा सलूक करना,खुदा का हर हाल में शुक्रिया अदा करना, देश प्रेमी बने रहना, सभी प्रकार के नशे से दूर रहना,गरीबों का ख्याल रखना, विधवा व वे सहारा की मदद करना सीखाते है। 

इस अवसर पर खानकाहे बिस्मिल सीकर के सज्जादा नशीन हजरत सूफी मोइनुद्दीन जिलानी सीकर वाले पीर साहब, लियाकत बाबा उर्फ रजब अली शाह शाहिदाने कर्बला चोमू, शंकर लाल जांगिड़, मोइन निजामुद्दीन कादरी, मोहम्मद अली खान सबलपुरा सीकर, इस्लामुद्दीन जिलानी सीकर, घासी खां किल्डोली सीकर, इशाक खान जिलानी सीकर, अब्दुल रज्जाक खान ताला, मुंशी सिंह राजपूत जिलानी मोठुका पाटन, इकबाल हुसैन साजिद कादरी एंड कव्वाल पार्टी, सरफुद्दीन उर्फ बबलू मियां जयपुर, कैलाश चौधरी, संतोष जगदीश आदि उपस्थित थे।