आंधी की दरगाह में वही आते हैं जिन्हें हसन पीर बुलाते हैं : नदीम पठान

जाफर लोहानी 

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मनोहरपुर (जयपुर)। आंधी के कांग्रेसी नेता नदीम खान पठान ने कहा कि इरादे रोज बनकर टूट जाते हैं, आंधी की दरगाह में वही आते हैं जिन्हें हसन पीर बुलाते हैं, यह शब्द पठान ने आंधी में एक विशेष भेंट के दौरान में कहे।

दरगाह के खादिम इब्राहिम शाह खादिम इकराम शाह नबावशाह शहजाद शाह शकील शाह ने बताया कि आंधी की पहाड़ी पर 700 वर्ष से विराजमान हिंदू मुस्लिम एकता के प्रतीक हज़रत हसन चिश्ती रहमतुल्लाह आलेह (पीर) का वार्षिक मेला 4 मई शनिवार को झंडा फहराने के साथ में शुरुआत होगी इसी के साथ में जायरीनों का आना शुरू हो जाएगा, रात्रि 9 बजे बाद में मिलादुन नबी कमेटी द्वारा मिलाद शरीफ की जाएगी जिसमे खुदा के हुकम व मोहम्मद (स.अ.व.स.) साहब के बताए हुए रास्ते पर चलने की बात कही जाएगी। इसके बाद में रात्रि 10 बजे से सम्पूर्ण रात्री तक राजस्थान की प्रसिद्ध कव्वाल पार्टियों द्वारा पीर बाबा की मान मनुहार की जाएगी।              

इसी प्रकार 5 मई रविवार को सुबह 9 बजे सामूहिक कव्वाल पार्टियों द्वारा कूल की रस्म की अदायगी होगी इसके बाद जात जडूले गठजोडा आदि की रस्म की अदायगी होगी इसी के साथ में चूरमा दाल बाटी बना कर पीर बाबा की फातेहा लगाई जाएगी। इसके बाद में मशहूर लोगो के द्वारा बाबा के चद्दर फूल आदि चढ़ाया जाएगा तथा भारत देश की खुशहाली की दुआएं मांगी जाएगी! सुबह 9 बजे से ही लंगर शुरू होगा जो कि शाम तक चलेगा।    इसी प्रकार 6 मई सोमवार को गुदड़ी का मेला लगेगा जिसमें आसपास के ग्रामीण लोग शिरकत करके झुला झूल कर सामान की खरीददारी करते हुए मेले का आनंद लेंगे।            

पठान व खादिमों ने बताया कि पीर बाबा 700 वर्ष पूर्व मक्का मदीना के बसरा से आए थे और आंधी की पहाड़ी पर अपना मुकाम जमाया और लोगों पर अपना फजलो करम कर रहे है।