रोजा ऐसी इबादत है जो गुनाहों से बचाता है


मोहसिन खान 

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मनोहरपुर (जयपुर)। इस्लाम धर्म के सबसे अफजल आला महीने मे अल्लाह को राजी करने के लिए इबादत मे बच्चे भी पिछे नही है।

मोहल्ला तोपचिवाडा निवासी मुस्तकीम खान की लडकी फलक खान ने जीवन मे पहला रोजा रखा हौसला बढाने के लिए परिवार एवं समाज के लोगो ने  उपहार दिये ओर माला पहनाकर दुआओ से नवाजा। महबूब खान ने कहा की रोजा ऐसी इबादत हे जो गूनाहो से बचाता है। ओर कहा की छोटे बच्चे भी 14 घण्टे का रोजा रख कर अपने रब को राजी कर अपनी  हसरत पुरी कर रहे है। 

डॉक्टर मोहम्मद अली ने बताया गर्मी में रोजे रखने मे बहुत सावधानियां बरतनी चाहीये। उन्होने बताया गर्मी मे शहरी ओर इफ्तार मे खानपान मे विशेष ध्यान  रखना चाहिए तली हुई चीजो से परहेज करे, जूस और शरबत का इस्तेमाल करे रोजदार  बच्चों का खान पान मे विशेष ध्यान रखे। 

इस खुशी में मुस्तकीम खान ने कहा कि लगभग 14 घण्टे तक रोजेदार बिना कुछ खाए पिए रहते है। ऐसी स्तिथि में फलक  ने  अपने रब को राजी करने के लिए रोजा रखा हैं  इसके जज्बे को सलाम करते है। शाम को मगरिब की अज़ान लगने पर फलक ने रोजा खोलकर ख़ुदा का शुक्रिया अदा किया। 

इस अवसर पर हाजी गफ्फार खान, महबुब खान, रहीस खान, सरिफ खान, हाजी सहीद खान, वहीद खान, हमीद  खान,शाहीद खान, जाहीद खान शाबीर खान, आबीद खान, आरिफ खान, बून्दू खान, मोहसिन खान, डॉक्टर मोहम्मद अली, जुबेर खान, सरफराज खान, मोहम्मद असफाक, फरहान खान, मोहम्मद वाजीद खान, मोहम्मद अमान खान, अजलान खान आदी  न मुबारकबाद दी।