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जयपुर। शहर
में तेज धूप के साथ परवान चढ़ा पतंगबाजी का रंग आसमान में सूर्य की लालिमा फूटने
के साथ मकर संक्रांति पर घरों में चहल पहल शुरू हो गई । सुबह जल्दी ही बच्चे सहित
युवक-युवतियों ने अपनी-अपनी पतंगों के साथ घर के छतों पर डट गए तो कई मैदानों में
दोस्तों के साथ मिलकर पतंगबाजी के हुड़दंग में मशगूल रहे। धूप खिलने के साथ
पतंगबाजी का रंग और परवान और चढ़ा। हर ओर रंग-बिरंगी पतंगे तितलियों की भांति
आसमान में थिरकती दिखाई दीं।
Niwaru road pe parang update sharma family |
सुबह आठ बजे से छतों पर डीजे की धुन
पर वह काटा वह मारा की गूंज पूरे दिन तक जारी रही। कई जगहों पर युवा डीजे की धुन
पर थिरकते नजर आए। छत पर पतंग उड़ा रहे युवाओं ने खूब सेल्फियां ली और उसे सोशल
मीडिया पर दोस्तों के साथ शेयर करते रहे।
Bhindiyon ke raste me patang udate
Families |
मकर संक्रांति के अवसर पर काशी में पतंगबाजी लोगों के सिर चढ़कर बोली
वो काटा... वो काटा... हुर्रेर्रेर्रे
की आवाजें दिनभर गूंजती रहीं। मानों समूचा निवाई शहर छतों पर जा चढ़ा हो। दिनभर
डीजे और ढोल की धुनों के बीच निवाई शहर भर में पतंगबाजी की धूम रहीं।
युवक-युवतियों के बीच पेंच लड़ाने का क्रेज देखने को मिला । हर पतंग के कटने पर
सिर्फ एक ही आवाज गूंजी वीपी ये काटा, वो काटा
भाक्काटा ।