जयपुर। संस्था मुख्यालय कोटा जिले के सांगोद क्षेत्र में श्री श्याम हॉस्पिटल की यूनिट के रूप में आज हुआ 50 बेडेड, जे एल एन हॉस्पिटल का भव्य उद्घाटन।
सुधा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल कोटा के निदेशक डॉक्टर आरके अग्रवाल, जे एल एन एजुकेशनल ग्रुप के निदेशक डॉक्टर आजम बैग, और रजत सिटी ग्रुप के निदेशक डॉक्टर रजत अरोड़ा रहे मुख्य अतिथि। संस्था अध्यक्ष डॉक्टर फरीदा बैग,हॉस्पिटल सी ई ओ कुलदीप चौधरी, समेत अनेक गणमान्य चिकित्सा कर्मियों और नागरिक बंधुओं की गरिमामय उपस्थित में हुआ भव्य शुभारंभ। सांगोद, जिला कोटा स्थित जे एल एन,शिक्षण संस्थान के प्रयासों से श्रीश्याम हॉस्पिटल एवं रिसर्च सेंटर की यूनिट के रूप जोलपा रोड स्थित जे एल एन हॉस्पिटल का आज भव्य शुभारंभ करते हुए संस्था निदेशक डॉक्टर आजम बैग ने कहा कि चिकित्सकों को रोगियों की अनदेखी करना या उनके उपचार में लापरवाही बरतना अपराध है। भगवान के बाद रोगी के लिए अगर कोई दूसरा सबसे बड़ा आसरा होता है तो वह चिकित्सा कर्मी होते हैं ऐसे में सह्रदय, सेवा भाव से उसकी देखभाल करना हमारे लिए सामाजिक एवं आत्मीय कर्तव्य होना चाहिए। और कॉविड के समय में सारी दुनिया ने जो कुछ भुगता है उस से हमें सीख लेनी चाहिए।
सुधा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के निर्देशक डॉ आर के अग्रवाल ने चिकित्सकों को रोगियों के प्रति जवाबदेही बरतने और निष्ठा के साथ कार्य करने की सीख देते हुए कहा कि अब चिकित्सा भी व्यवसाय बनता जा रहा है लेकिन रोगी आज भी डॉक्टर को अपना भगवान स्वरूप ही मानते हैं, हमें पूरे धैर्य के साथ उनकी इस भावना का आदर करना चाहिए, संस्था अध्यक्ष,डॉक्टर फरीदा बैग ने भी इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए सांगोद कोटा, में श्रीश्याम हॉस्पिटल की यूनिट के रूप में खोले जा रहे जे एल एन हॉस्पिटल के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए अपनी और से हर संभव सहयोग देने की अपील की और कहा कि जे एल एन पिछले 25 वर्षों से सदैव ही समाज हित में ,समाज सेवा, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में अग्रणी रहा है और आगे भी हम अपनी इस परंपरा को बाकी रखेंगे। सांगोद नगर पालिका अध्यक्ष राजेंद्र गहलोत,डॉक्टर रजत अरोड़ा ने भी इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त किये। इस अवसर पर सभी गण मान्य नागरिकों एवं वरिष्ठ चिकित्सकों तथा समाजसेवियों का अस्पताल के सीईओ कुलदीप चौधरी द्वारा राजस्थानी पगड़ी और फूल माला पहना कर स्वागत सत्कार किया गया और क्षेत्र वासियों के लिए 24 घंटे स्वास्थ्य सेवाओं के लिए समर्पित रहने का संकल्प लिया गया।