मां शाकंभरी के वार्षिक मेले में उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब

शैलेश माथुर की रिपोर्ट 

www.daylife.page 

सांभरझील। यहां मां शाकंभरी के वार्षिक मेले में हजारों की तादाद में लोगों ने भाग लिया। नगर सहित आसपास से गांवों से पदयातियों का जत्था हाथों में ध्वजा लेकर माता के जयकारै लगाते हुए मां के दरबार पहुंच कर दर्शन किए। सैकड़ो की संख्या में महिला श्रद्धालुओं ने भी अपने बच्चों के लिए सुख समृद्धि की कामना की। इससे पहले काफी संख्या में झील के मध्य स्थित भैरव मंदिर में पूजा अर्चना कर बच्चों के जडूले भी उतारे तथा भैंरुजी को गुलगुले आदि का भोग लगाकर बच्चों की लंबी उम्र के लिए मन्नत मांगी। 

वार्षिक मेले के आयोजन से पहले मंदिर को रोशनी से सरोबार किया गया तथा मां का भव्य श्रृंगार कर खास सजावट की गई। मंदिर परिसर में काफी संख्या में पंडितों ने मां की पूजा अर्चना व आराधना कर शाकम्भर कस्बे के लिए तरक्की की कामना की। हवन में आहुतियां देकर मंत्रोचार के साथ पाठ किया गया। इस दौरान मेला स्थल पर व आसपास के गांवों के रास्तों पर श्रद्धालुओं की ओर से पदयात्रा में आने वाले भक्तगणों को फलों का वितरण, नाश्ते की व्यवस्था, अनेक स्थानों पर भोजन के पैकेट भी दिए गए। 

सांभर से करीब 25 किलोमीटर दूर तक वार्षिक मेले में श्रद्धालुओं का तांता देखने को मिला पांच बत्ती चौराहे से लोगों को मेला स्थल तक लाने व ले जाने के लिए निशुल्क वाहनों का इंतजाम भी किया गया। इस दौरान शाकम्भरी माता मंदिर प्रबंधन न्यास के अध्यक्ष कुलदीप व्यास ने मंदिर परिसर व मेला स्थल पर व्यवस्थाओं पर खास नजर बनाए रखने के लिए नियुक्त सभी पदाधिकारियों, को अलग-अलग जिम्मेदारी दी। कानून व्यवस्था के मद्देनजर मेला शांतिपूर्ण संपन्न होने तक प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों ने अपनी ड्यूटी को अंजाम दिया तथा उनकी ओर से भी पूजा अर्चना में भाग लिया गया।