शकील जयपुरी हाउस में मोहम्मद रफी के नग्मों की महफिल सजी

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जयपुर। मो रफी फैन्स कल्ब, शकील जयपुरी हाउस बदनपुरा, जयपुर की तरफ से मोहम्मद रफ़ी के गीतों का प्रोग्राम शानदार रंग में रंग हुआ। आयोजक और संचालक शकील जयपुरी ने मो रफी की आवाज़ और उनकी गायकी पर रोशनी डाल कर माहोल चमकदार बना दिया। मशहूर गायक अबुल कलाम ने गीत "तेरी आंखों के सिवा दुनिया में रख्खा क्या है" सुनाया तो तालियों की आवाज़ गुंजने लगी। गायक चांद मलिक ने "दिलरुबा मैंने तेरे प्यार में क्या-क्या ना किया" को बहुत पसंद किया। सिंगर ज़ाकिर ने रफी साहब के गीत सुना कर दाद पाई। उभरते गायक शाहिद अंसारी ने दिलचस्पी से गीत "मैं कहीं कवि ना बन जाऊं" से सुनने वालों को मस्त कर दिया। 

जयपुर की उभरती गायिका कमला शर्मा ने रफी साहब का गीत "अहसान तेरा होगा मुझ पर..." अपनी आवाज़ में गाकर खूब तालियां पाईं। इस महफिल में आजम खान, वैभव शर्मा ने अपने गीतों से रंग जमाया। इस मौके पर सब गायकों को रफी ट्राफी से नवाजा गया। रफी साहब को श्रद्धांजलि दी गई। संचालक शकील जयपुरी को भी अवार्ड दिया गया। अध्यक्ष रवि लोहिया ने मेहमानों और श्रोताओं का शुक्रिया अदा किया।