सांभर काग्रेस नेता का वक्तव्य सोशल मीडिया पर वायरल

स्वतंत्रता सेनानी के पोते की भावनाएं आहत शालीनता से दिया जवाब

शैलेश माथुर की रिपोर्ट

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सांभरझील। फुलेरा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेसी विधायक उम्मीदवार रहे एक वरिष्ठ नेता का सार्वजनिक प्रोग्राम में सरकार के मंत्री लालचंद कटारिया, कर्मचारी चयन बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष हरिप्रसाद शर्मा, जिला बनाओ संघर्ष समिति के प्रमुख सलाहकार कुलदीप व्यास व फुलेरा विधानसभा क्षेत्र से उभरते कांग्रेस नेता व स्वतंत्रता सेनानी रहे स्वर्गीय बनवारीलाल शर्मा के पोते कैलाश शर्मा का नाम लेकर की गई टिप्पणी से अलग-अलग कयास लगाए जा रहे हैं भले ही इसका राजनीतिक गलियारों में कोई भी अर्थ निकले या नहीं लेकिन इससे स्वतंत्रता सेनानी के पोते की भावना जरूर आहत हुई है। इस संबंध में कैलाश शर्मा ने जवाब देते हुए बताया कि मैं उस परिवार से हूँ, जो कांग्रेस के लिए सदा से समर्पित व निष्ठावान है। 

1918 मे बाल गंगाधर तिलक और गोपाल कृष्ण गोखले को मेरे पर दादाजी भवानी सहाय जी शर्मा फैजाबाद (अयोध्या) से सांभर देवयानी तीर्थ का दर्शन कराने लाए थे। मेरे दादाजी बनवारीलाल जी शर्मा स्वतंत्रता सेनानी थे और आजादी के तत्काल बाद जयपुर में 1948 में आयोजित कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन के प्रबंधन का जिम्मा संभाला था। इस बात के हमारे पास ही नहीं बल्कि सरकार के पास भी प्रमाण मौजूद है। उसी परंपरा में खुद मैंने 1972 के लोकसभा व विधानसभा चुनाव से कांग्रेस के लिए काम करना शुरू किया था, जो सतत जारी है और रहेगा। उन्होंने बताया कि 1977 मे सांभर के कन्या पाठशाला बूथ पर मैं कांग्रेस प्रत्याशी चौधरी मांगीलाल के लिए पोलिंग एजेंट था और सामने जनता पार्टी के उम्मीदवार डा. हरिसिंह थे, जो कि उसके पूर्व चौधरी चरणसिंह की पार्टी लोकदल से संबद्ध थे। 

1980 में डा. हरिसिंह कांग्रेस मे आ गए और हमारे लिए कांग्रेस महत्वपूर्ण है, उन्हें जब-जब कांग्रेस ने प्रत्याशी बनाया तब-तब हमने कांग्रेस वर्कर होने के नाते उनका पुरजोर साथ दिया पर डा. हरिसिंह दल बदलते रहे, कभी राष्ट्रवादी कांग्रेस मे और कभी भाजपा मे। 2013 के विधानसभा चुनाव में वे भाजपा के निर्मल कुमावत के लिए प्रचार कर रहे थे, लेकिन हम यथावत कांग्रेस मे है। यह कांग्रेस की उदारता रही कि वे वापस लौट आए और उनके काबिल पुत्र को कांग्रेस ने टिकट से नवाजा। हमने उनका पूरा सहयोग किया। जाहिर है डा. हरिसिंह ने अनेक बार दल-बदल किए, लेकिन हम यथावत कांग्रेस में रहे। रही बात अशोक गहलोत जी की, वे राजस्थान के नेता हैं। 

फुलेरा विधानसभा क्षेत्र के लिए सार्वजनिक महत्व वाले कार्यों के लिए निवेदन करना हम कांग्रेस साथियों का फर्ज है। उनसे निवेदन कर एक दर्जन से अधिक सामाजिक सेवा(शिक्षा-चिकित्सा) वाले काम घोषित करवाएं हैं। एक कांग्रेस सेवक की बात को उन्होंने स्वीकार किया और अनेक कार्य किए, यह मुख्यमंत्री जी का बड़प्पन है और उसके लिए हम कृतज्ञ हैं। हम कांग्रेस के साथ हैं और रहेंगे। रही बात विधानसभा चुनाव में टिकट की, तो प्रयास करने के लिए सभी स्वतंत्र हैं। हम भी कर रहे हैं, पुरजोर ताकत के साथ। इसलिए कि यह विधानसभा क्षेत्र विकास, निवेश व रोजगार के लिहाज से बड़ी संभावना वाला है।