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जयपुर। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आंगनवाड़ी केंद्रों को और मजबूत बनाने के लिए बहुत से अग्रणी कदम उठाये जा रहे हैं। इसी कड़ी में महिला एवं बाल विकास विभाग तथा जिला परिषद् टोंक के सहयोग से रॉकेट लर्निंग संस्था के द्वारा जिले की सभी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को “ईस़ीई का महत्व” तथा “ईसीई के डोमेन” भाषा विकास, संज्ञानात्मक विकास, शारीरिक विकास, सामाजिक-भावनात्मक विकास पर प्रशिक्षण दिया जा रहा हैं। इसी के साथ मिशन बुनियाद टोंक एवं डिजिटल साक्षरता के महत्व की जानकारी दी जा रही हैं। इस प्रशिक्षण में बतौर सुगमकर्ता संस्था साथी मोहित वैष्णव एवं चितरंजन नामा कार्यकर्ताओं के साथ शामिल होंगे।
रॉकेट लर्निंग एक गैर सरकारी संस्था है जो प्रारंभिक एवं पूर्व प्रारम्भिक शिक्षा के लिए काम करती है। संस्था माता-पिता, आंगनवाड़ियों को जोड़ने के लिए डिजिटल और डायरेक्ट हस्तक्षेप के मिश्रण का उपयोग करती है। रॉकेट लर्निंग के मॉडल के अंतर्गत आ रहे बच्चों के सीखने के परिणामों पर सकारात्मक प्रभाव देखा गया है। रॉकेट लर्निंग माता-पिता के साथ, आंगनवाड़ियों व आंगनवाड़ी वर्कर के प्रशिक्षण में भी गहराई से काम करते हैं। रॉकेट लर्निंग संस्था वर्तमान में सात राज्यों में कार्य कर रही हैं।
संस्था के इसी प्रयासों से “पोषण भी पढ़ाई भी” के अंतर्गत प्रारम्भिक बाल्यावस्था देखरेख एवं शिक्षा में सहयोग के साथ साथ कार्यकर्ताओं के क्षमता संवर्धन आदि कार्य करने हेतु राज्य सरकार के द्वारा राजस्थान के 10 जिलों में कार्य करने की अनुमति प्रदान की गई।