मजदूर की मजदूरी उसका पसीना सूखने से पहले मिले

जाफ़र लोहानी/मो फ़रमान पठान

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मनोहरपुर (जयपुर)। सुप्रीम गैस एजेंसी मनोहरपुर के सञ्चालक इन्द्र कुमार अग्रवाल ने कहा कि मजदूर की मजदूरी उसका पसीना सूखने से पहले मिले, यह शब्द अग्रवाल ने सुप्रीम गैस एजेंसी मनोहरपुर में मजदूर दिवस पर उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए कहे। 

अग्रवाल ने कहा कि राष्ट्र निर्माण में अपना जीवन समर्पित करने वाले श्रमिक लोग रोज सपने देखते हैं और उन सपनों को पूरा करने के लिए तन मन व बड़ी शिद्दत से मेहनत करने में लग जाते हैं जब सपने पूरे नही होते दिखाई देते हैं तब वो और कठोर मेहनत करने में जुट जाते है मगर उनके सपनों पर पानी तब फिर जाता हैं जब मजदूर की मजदूरी समय पर नही मिलती हैं या कम अथवा नही मिलती हैं। 

अग्रवाल ने शायराने अंदाज में कहा कि अगर इस जहाँ में मजदूर का न नामो निशां होता, फिर न होता हवा महल और न ही ताजमहल होता। मजदूर नेता अब्दुल अज़ीज़ लोहानी ने मेहनती श्रमिको द्वारा देश की उन्नति एंव ख़ुशहाली में योगदान देने के लिए मेहनतकशों को दिल से धन्यवाद देते हुए कहा कि मजदूर लोग अक़्सर ये गुनगुनाते रहते है कि "मै मजदूर हूँ मजबूर नही, यह कहने में मुझे शर्म नही, अपने पसीने की खाता हूं, मैं मिट्टी को सोना बनाता हूँ"

इस अवसर एक श्रमिक ने "खून पसीने की मिलेगी तो खाएंगे नही तो यारो हम भूखें ही सौ जाएंगे, दौलत हराम की, हैं ये किस काम की, खा लो कसम इसको हाथ ना लगाएंगे, खून पसीने की मिलेंगी तो खाएंगे, नही तो यारो हम भूखें ही सो जाएंगे" गाना सुनाते डांस किया। इस अवसर पर आए हुए अतिथियों का स्वागत भी किया गया।