हिन्दी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर हार्दिक शुभकामनाए

 हिंदी पत्रकारिता दिवस विशेष

लेखिका : श्रीमति साधना सेठी 

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आज हिंदी पत्रकारिता दिवस है। आज ही के दिन पहला हिंदी अख़बार उदन्त मार्तण्ड प्रकाशित किया गया था। जिसे पं. युगल किशोर शुक्ल ने प्रकाशित करवाया था। इसलिए हर 30 मई को यह दिवस मनाया जाता है।30 मई 2023 को भारतीय हिन्दी पत्रकारिता 197 वर्षों की हो जाएगी।स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद तीव्र गति से हिन्दी पत्रकारिता ने प्रगति की, भारत के समाचार पत्र पंजीयक के अनुसार भारत में सर्वाधिक समाचार पत्र हिन्दी भाषा में प्रकाशित हो रहे हैं । दूसरे स्थान पर अंग्रेजी भाषा के पत्र हैं। आजादी के बाद समाचार पत्रों की रीति एवं प्रकाशन में काफी परिवर्तन आया है। 

‘‘ब्लैक एण्ड व्हाइट’’ प्रिंटिंग से मुद्रण तकनीक बहुरंगीय प्रिंटिंग में बदल गई। समाचार संकलन एवं संपादन के तरीकों में भी काफी परिवर्तन आया है। क्षेत्रीय और स्थानीय पत्रिका को समाचार पत्रों में अच्छा स्थान मिलने लगे।समाचार पत्रों के प्रकाशन में बहुसंस्करण पद्धति का प्रचलन काफी तीव्र गति से फैला। फैक्स, मॉडम तथा इंटरनेट ने पत्रकारिता के व्यवसाय को काफी गति प्रदान की। समाचार पत्र-पत्रिकाओं में संपादक की जगह प्रबंधक का हस्तक्षेप बढ़ता गया। संपादकीय सामग्री (कंटेन्ट) में भी कई तरीके के बदलाव आए।

आपातकाल और अघोषित आपातकाल भी भारतीय प्रेस ने और हिन्दी पत्रकारिता ने देखे। तमाम बाधाओं, प्रतिबंध और प्रतिकूल परिस्थितियों के बाद भी भारतीय पत्रकारिता ने अपनी विकास यात्रा तय की। आने वाले वर्ष 2026 में हिन्दी पत्रकारिता 200 वर्षो की हो जाएगी। भारतीय लोकतंत्र के संरक्षण और संवर्धन में पत्रकारिता, प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक का महत्वपूर्ण योगदान है। हिंदी पत्रकारिता में समय के साथ काफी चुनौतियां बड़ी है। काफी सारे अखबार देखते देखते आ गए। पहले कुछ ही मुख्य समाचार पत्र हुआ करते थे लेकिन अब ढेर सारे समाचार पत्र आ चुके है। फिर भी हिंदी पत्रकारिता ने पूरे विश्व में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। (लेखक का अपना अध्ययन एवं अपने विचार हैं)