डॉ कमलेश मीना की ओर से कविता श्रीवास्तव मैडम को जन्मदिन के अवसर पर मीडिया के नाम विशेष पत्र
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कविता श्रीवास्तव न केवल एक मानवाधिकार कार्यकर्ता हैं बल्कि भारत में सबसे पिछड़े समुदायों के लिए न्याय, सम्मान, समानता और आत्म सम्मान के लिए अंतिम गंतव्य, मंच और आस्था भी हैं।
कविता श्रीवास्तव मैडम, हम आपको आपके जीवन के इस शुभ दिन पर ह्रदय की गहराई से ढेर सारी शुभकामनाएं, मुबारकबाद और शुभकामनाओं के साथ जन्मदिन की बधाई देते हैं। मैडम, हम आपके लिए कामना करते हैं कि आप स्वस्थ, समृद्धि और प्रसन्नता के साथ दीर्घायु हों। आपका नाम, यश, कीर्ति और सम्मान नई ऊंचाइयों पर रहे। मैडम आज के समय में आप संवैधानिक अधिकारों के माध्यम से देश के लाखों दलित, वंचित, हाशिये पर, उत्पीड़ित और गरीब लोगों की आवाज हैं।
हाशिए पर पड़े लोगों के लिए आपकी संवैधानिक लड़ाई से हमने अपने कॉलेज के दिनों से ही समान भागीदारी और संवैधानिक अधिकारों के समान अवसर का रास्ता सीखा।
आप हमारे प्रेरणास्रोत संवैधानिक नेता हैं जो हमें न्याय, समानता, सम्मान, शांति, स्वतंत्रता, संवैधानिक दृढ़ विश्वास और समाज के भीतर और बिना किसी भेदभाव के राष्ट्र के प्रत्येक नागरिक के प्रति समान भागीदारी का मार्ग दिखाते हैं।
मैं इस ब्रह्मांड के सर्वशक्तिमान से प्रार्थना करता हूं कि आप हमारी पहचान और संवैधानिक मूल्यों की अचल संपत्ति और विरासत हैं। आप स्वस्थ, सुखी, समृद्ध और सक्रिय रहें। उन्होंने अपनी ईमानदारी त्याग, समर्पण, कड़ी मेहनत और प्रयासों से बहुत नाम, सम्मान और सम्मान अर्जित किया है और हम कामना करते हैं कि यह सम्मान नई महिमा और ऊंचाइयों पर बना रहे।
आज के युग में आप न्याय, समानता, सम्मान, मर्यादा और लोकतांत्रिक मूल्यों की आवाज हैं जिनके लिए कोई अधिकार, सत्ता और संपत्ति नहीं है। आपने हमेशा बिना किसी डर और लालच के उनके लिए संघर्ष किया और संवैधानिक आवाज के माध्यम से आपने उन्हें समानता, न्याय, भागीदारी और साझेदारी प्रदान की। आपने अपने जीवन में अपने कार्यों और गतिविधियों के माध्यम से अति पिछड़े और सबसे शोषित समुदायों को न्याय और सम्मान देने के लिए कई कठोर निर्णय लिए और कई सरकारों, प्रशासकों और प्रशासन से संघर्ष किया जो हमारे युवा पीढ़ी और समाज के लिए अपने आप में एक बहुत बड़ा सबक और प्रेरणा है।
आदरणीय कविता श्रीवास्तव मैडम, आपके सहयोग और मार्गदर्शन से हम गौरवान्वित महसूस करते हैं। आज के समय में कविता श्रीवास्तव बनना आसान नहीं है और न ही कोई इतनी आसानी से आपकी जगह ले सकता है।
यह संभव नहीं है कि कोई आसानी से आपकी जगह ले और उसके लिए किसी को भी कठिनाइयों और कई मुश्किलों से गुजरना होगा, जिसे सहना हर किसी के लिए आसान नहीं होता। आदरणीय कविता श्रीवास्तव मैडम सभी पिछड़े समुदायों को समान अवसर, समान अधिकार और मौलिक अधिकार देने के लिए बहुत ऊर्जावान, समर्पित, प्रतिबद्ध और लगन से काम कर रही हैं और वह हमेशा हमारे समाज के सबसे वंचित समूहों को न्याय दिलाने के लिए चिंतित रहती हैं। आजकल वह जवाबदेही के अधिकार और पारदर्शी शासन और सभी नागरिकों के लिए स्वास्थ्य के अधिकार पर काम कर रही हैं और उम्मीद है कि राजस्थान सरकार इसे जल्द ही लागू करेगी।
आप हमारे समाज और जनता के लिए सबसे साहसी, बहादुर और प्रतिभाशाली महिला के रूप में उभरीं, जिन्होंने जीवन भर केवल न्याय के लिए, असमानताओं और भेदभाव के खिलाफ लड़ाई लड़ी। कविता श्रीवास्तव जी का नाम सामाजिक कार्यकर्ता, मानवाधिकार कार्यकर्ता, संवैधानिक विचारक, सर्वोच्च न्यायालय की प्रसिद्ध अधिवक्ता और नागरिक अधिकार कार्यकर्ता के साथ-साथ एक पूर्ण संवेदनशील, जिम्मेदार व्यवहार, जवाबदेह और ईमानदार इंसान है जो आज के समय में अपने आप में एक चमत्कार है।
मेरे पत्रकारिता करियर के शुरुआती दौरान और समय में मैंने आपके समर्पण, दृढ़ संकल्प, प्रतिबद्धता, जुनून और नेतृत्व के साथ साहस और ईमानदारी सीखी। वास्तव में आपके साथ ईमानदारी से जुड़ना मेरा एक सपना था और आखिरकार मुझे यह अवसर मिला। फिर से मैं आपको पूरे भरोसेमंद सम्मान और गरिमा के साथ जन्मदिन की शुभकामनाएं देता हूं और आप देश के उत्पीड़ित और हाशिये पर रहने वाले लोगों की बेहतरी के लिए अपनी संवैधानिक लड़ाई में हमेशा सक्रिय रहें। पुन: हम आपको जन्मदिन की ढेर सारी शुभकामनाएं देते हैं मैडम और आप दीर्घायु, स्वस्थ और समृद्ध जीवन जिएं। (लेखक का अपना अध्ययन एवं अपने निजी विचार हैं)
लेखक : डॉ कमलेश मीना
सहायक क्षेत्रीय निदेशक, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय, इग्नू क्षेत्रीय केंद्र खन्ना पंजाब। शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार।
एक शिक्षाविद्, शिक्षक, मीडिया विशेषज्ञ, सामाजिक राजनीतिक विश्लेषक, वैज्ञानिक और तर्कसंगत वक्ता और संवैधानिक विचारक।
Email kamleshmeena@ignou.ac.in and drkamleshmeena12august@gmail.com, Mobile : 9929245565