हाल ए पुरातत्व : छः माह से चालान जमा नहीं कराया...!

भरतपुर संग्रहालय और अधीक्षक कार्यालय के निरीक्षण के दौरान सामने आया मामला

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जयपुर। पुरातत्व विभाग में इन दिनो राजकीय संग्रहालय का मामला गरमाया हुआ है। 28 सितम्बर को विभाग की मुख्य लेखा अधिकारी वन्दना मीणा ने भरतपुर म्यूज़ीयम का औचक निरीक्षण करने पहुँची तो निरीक्षण के दौरान पाया कि ना तो कैश बुक भरी और ना छः माह से चालान जमा कराया। 

कमाल की बात ये रही कि तबादले के बाद व्रत अधीक्षक का चार्ज लेने वाले अधिकारी ने भी इस ओर ध्यान नहीं दिया। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मुख्य लेखा अधिकारी औचक निरीक्षण करने नहीं जाती तो मामले का पता नहीं चलता। 

वहीं देखने वाली बात है कि छः माह से चालान जमा नहीं कराया गया तो इस दौरान लाखों की राशि आख़िर किसके पास थी, क्यूँकि पुरातत्व विभाग के सभी स्मारकों में पर्यटकों से होने वाली आय का पैसा रोज़ चालान बनाकर जमा कराना होता है, लेकिन यहाँ छः माह से चालान जमा ही नहीं कराया गया।

मामला खुलने पर चार बार में जमा कराया पैसा

पुरातत्व विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मुख्य लेखा अधिकारी के भरतपुर संग्रहालय और अधीक्षक कार्यालय के निरीक्षण के दौरान छः माह से चालान जमा ना कराने का मामला सामने आने के बाद पूर्व व्रत अधीक्षक ने आनन फ़ानन में 29 सितम्बर, 30 सितम्बर, 1 अक्टूबर और 3 अक्टूबर को चालान का पैसा जमा कराया। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार 3 अक्टूबर को अंतिम बार रुपय जमा कराए गए थे।

इनका कहना है :

मेरे पास एडिशनल चार्ज है। मुझे इस प्रकरण का अभी पता नहीं है। राजनारायण शर्मा (निदेशक पुरातत्व विभाग) राजस्थान