समाज में लड़कियों को वह दर्जा नहीं मिल पाया है जिसकी वे हकदार है

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जयपुर। डॉ. विजय प्रताप सोनी उप शाखा प्रबंधक आईसीआईसीआई बैंक चौमू जयपुर, संरक्षक कोहिनूर सेवा समिति चौमू, संरक्षक कोहिनूर चैरिटेबल ट्रस्ट चौमू, संरक्षक स्व. जगदीश प्रसाद सोनी एंव स्व. श्रीमती सीता देवी चैरिटेबल ट्रस्ट जगतपुरा चौमू जयपुर ने अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस पर सब बालिकाओं को हार्दिक शुभकामनाएं दी है। 

सोनी ने कहा कि पूरी दुनिया में भले की वर्तमान समय में लड़कियों के जन्म और उनके काम करने को लेकर आधुनिकता बड़ी है मगर वर्तमान समय में भी बहुत समाज में लड़कियों को वह सम्मानित दर्जा नहीं मिल पाया है जिसकी वह हकदार है। एक बालिका के जीवन में आने वाली चुनौती और परेशानियों के बारे में सभी को जागरुक करने के लिए अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस 2022 हर साल 11 अक्टूबर को मनाया जाता है। आपको यह भी मालूम होना चाहिए कि भारत में हर साल शिशु दिवस मनाया जाता था जिसे 2008 से बदलकर राष्ट्रीय बालिका दिवस कर दिया गया है भारत में बालिका दिवस प्रत्येक साल 24 जनवरी को मनाया जाता है।

11 अक्टूबर को पूरे विश्व भर में विभिन्न देशों के द्वारा अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जाता है। इस दिन अलग अलग राष्ट्र एक साथ मिलकर विभिन्न प्रकार के समारोह को आयोजित करते है और विश्व की सभी स्त्री को सम्मान देने के लिए प्रेरित करते हैं।

इस दिन अलग अलग राष्ट्र के द्वारा विभिन्न प्रकार के समारोह को आयोजित किया जाता है स्त्री के जीवन में आने वाली समस्या के बारे में बताया जाता है। बालिकाओं को जीवन में किस प्रकार की समस्या का सामना करना पड़ता है उसके बारे में हर किसी को प्ररित किया जाता है। अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस हर साल विश्व के 50 से अधिक देशों के द्वारा आयोजित करवाया जाता है। देश की बेटियों की आज लगभग हर क्षेत्र में हिस्सेदारी है लेकिन एक दौर ऐसा था, जब लोग बेटियों को कोख में ही मार दिया करते हैं। बेटियों का जन्म हो भी गया तो बाल विवाह की आग में धकेल देते थे। बेटियों और बेटों में भेदभाव, उनके साथ होने वाले अत्याचार के खिलाफ देश की आजादी के बाद से ही भारत सरकार प्रयासरत हो गई थी। बेटियों को देश की प्रथम पायदान पर लाने के लिए कई योजनाएं और कानून लागू किए गए।