सुरभि बिड़ला को मिली पीएचडी की उपाधि

प्रकाश चपलोत जैन 

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भीलवाड़ा। संगम विश्वविद्यालय में मैनेजमेंट विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर सुरभि बिड़ला को उनके द्वारा प्रडिक्टिंग इन्वेस्टमेंट बिहेवियर टू वर्ड रिन्यूएबल एनर्जी सोर्सेस फॉर फीचर्स स्टडी ऑफ मैन्युफैक्चरिंग पावर एंड कंस्ट्रक्शन इंडस्ट्री ऑफ मेवाड़ रीजन राजस्थानष् नामक विषय पर कुलपति प्रोफेसर करुणेश सक्सेना के निर्देशन में शोध कार्य सम्पन्न किया।      

डॉ. बिड़ला ने बताया कि आधुनिक समय में गैस ,पेट्रोल आदि से विद्युत उत्पादन में काफी कमी आ रही है  चूंकि ये प्राकृतिक संसाधन सीमित है । इस शोध के अंतर्गत विद्युत उत्पादन के नए-नए स्त्रोतों के बारे में जानकारी प्रदान की गई है, परंपरागत तरीके से विद्युत की खपत को कम करने के लिए नवीन स्त्रोतों की विस्तृत व्याख्या इस शोध में की गई है इस दिशा में जो इन्वेस्टमेंट होता है वही शोध का मुख्य बिंदु रहा है। लगभग 184 उद्योगों ,कंपनीज, बैंकिंग, सरकारी, गैर सरकारी संस्थानों का सर्वे कर यह असाध्य शोध कार्य साधा गया है।

एक्सपर्ट के रूप में निरमा कॉलेज के प्रोफेसर संजय जैन, संगम विश्वविद्यालय के रिसर्च डीन प्रोफेसर राकेश भंडारी, मैनेजमेंट विभाग के डीन प्रोफेसर विभोर पालीवाल की गरिमामय उपस्थिति में यह पीएचडी की शोध उपाधि सुरभि बिरला को प्रदान किया गया।