वैदिक शिक्षा व जीएसटी पाठ्यक्रम में शामिल करने की मांग

समाजसेवी कैलाश शर्मा ने शिक्षा मंत्री सौंपा ज्ञापन  

शैलेश माथुर की रिपोर्ट 

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सांभरझील (जयपुर)। फुलेरा विधानसभा क्षेत्र के प्रमुख कांग्रेस विचारक कैलाश शर्मा ने मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में आयोजित जनसुनवाई के दौरान राज्य के शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला व उच्च शिक्षा मंत्री राजेंद्र यादव से मुलाकात की ओर पांच प्रमुख आवश्यकताओं को इंगित किया।

ज्ञापन में राजस्थान के शैक्षणिक पाठ्यक्रम में कक्षा 6 से 10 तक चारों वेदों की सारगर्भित जानकारी के साथ वैदिक शिक्षा का एक विषय प्रारंभिक करवाने अनुरोध किया है, उन्होंने बताया कि हमारी संस्कृति आदिकाल से वैदिक रही है और वेदों में वर्णित ज्ञान हम सबके लिए जरूरी है। इसी प्रकार संत दादूदयालजी की जीवनी पर आधारित एक पाठ कक्षा 6 मे तथा दादूदयाल जी द्वारा रचित दोहों पर आधारित एक पाठ कक्षा दस की अनिवार्य हिंदी विषय में समाहित करने का आग्रह किया है। बताया गया कि इसके लिए शिक्षा मंत्री ने राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड को यह सुझाव कार्यान्वयन के लिए प्रेषित किए जाने का भरोसा दिलाया। इसके अलावा नरायना नगर कांग्रेस अध्यक्ष ब्रह्मप्रकाश स्वामी की मौजूदगी में लीलवों की ढाणी प्राथमिक विद्यालय को क्रमोन्नत करने के लिए तथा ग्राम पंचायत सीतारामपुरा के सरपंच हरिराम वर्मा के साथ गाँव काल्यां की प्राथमिक विद्यालय को क्रमोन्नत करने के लिए आग्रह किया। इसी तरह उच्च शिक्षा मंत्री राजेंद्र यादव से मुलाकात में प्रदेश के राजकीय महाविद्यालयों में वाणिज्य संकाय के तहत कराधान विषय संचालित करने का विनम्र निवेदन किया।

यह बताया गया कि अभी अकांउटेंसी के साथ इनकम टैक्स पढ़ाया जा रहा है, जबकि जीएसटी पोस्ट ग्रेजुएट कक्षाओं में ही है। जीएसटी प्रारंभिक कर प्रणाली है, इसकी जानकारी बीकाम करने के दौरान सभी वाणिज्य छात्रों को हो, यह जरूरी है। अतः और के लिए अलग से कराधान विषय प्रथम वर्ष वाणिज्य से शुरू हो जिसमें एक क्लास जीएसटी की और दूसरी आयकर की रहे, ताकि बीकाम पढ़ाई के दौरान ही छात्रों को दोनों कर प्रणालियों का ज्ञान हो सके।