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भीलवाड़ा। जिला कलेक्टर आशीष मोदी के निर्देश पर जिले में चलाये जा रहे शुद्ध के लिए युद्ध अभियान को लेकर शहर के छोटे तबके के व्यापारियों में सरकार के प्रति आक्रोश व्याप्त है। व्यापारियों का कहना है कि अभियान के दौरान सिर्फ छोटे व्यापारी जिनमें ठेले पर बेचने वाले चाट पकौड़ी वाले, आइसक्रीम वाले इत्यादि व्यापारियों को जानबूझकर निशाना बनाया जाता है। जबकि बड़े शहर में अनेक तेल के व्यापारी है। जो मिलावटी खाने का तेल बेचते है। जिनके यहां आज दिन तक छापा तक नहीं पडा। साथ ही उनका यह भी कहना है कि शुद्ध के लिए युद्ध अभियान का निशाना सिर्फ शाकाहारी खाने पीने की सामग्री बेचने वाले ही होते है। अब तक एक भी बार मांसाहारी खाद्य सामग्री खुले आम बेचने वालो के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गई। गुरुवार कोे नोडल अधिकारी राजेश गोयल के निर्देशन में खाद्य सुरक्षा अधिकारी देवेन्द्र सिंह राणावत, उपखण्ड अधिकारी प्रतिनिधि जमना लाल, डेयरी प्रतिनिधि दुर्गेश डिडवानिया, सहायक कर्मचारी गोपाल शर्मा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मुस्ताक खान इत्यादि ने शहर के दो छोटे आइसक्रीम विक्रेताओं के यहा छापा मारकर नमूने लेकर जांच के लिए खाद्य प्रयोगशाला अजमेर भेजें।