भीलवाड़ा। महावीर गाथा महावीर से जुड़ने की कथा है। एक बार महावीर से जुड़ गए तो महावीर का धर्म तो स्वतः आ जाएगा। महावीर कथा महावीर से जुड़ने के लिए है। जो महावीर के साथ जुड़ गया वह तीर्थंकर हो गया। ये विचार श्रमण संघ के उपाध्याय प्रवर प्रवीण ऋषि मसा. ने मंगलवार सुबह शांति भवन में धर्मसभा को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए।
धर्मसभा में राष्ट्रसंत कमल मुनि कमलेश ने भगवान महावीर के बताए संदेशों को जीवन में अंगीकार करने का आह्वान करते हुए कहा कि भगवान महावीर किसी एक धर्म-सम्प्रदाय के नहीं बल्कि पूरी मानवता के लिए आदर्श है। धर्मसभा में महासाध्वी मधु कंवर मसा, घनश्याम मुनि, तीर्थेश मुनि, गौतम मुनि, साध्वी प्रतिभा श्री, साध्वी चिंतन श्री आदि का भी सानिध्य प्राप्त हुआ। संचालन श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ शांति भवन के मंत्री राजेन्द्र सुराणा ने किया।