नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को आम बजट 2022 पेश कर दिया। निर्मला सीतारमण का ये अब तक का सबसे छोटा भाषण रहा, जिसमें उन्होंने सभी सेक्टरों को साधने की कोशिश की। बजट के बाद जहां मोदी सरकार के मंत्रियों ने तारीफ करते हुए इसे दूरदर्शी और अमृत बजट करार दिया, वहीं विपक्षी पार्टियों ने कहा कि इसमें युवाओं, किसानों और मध्यम वर्ग के लिए कुछ नहीं है।
यहां सुनें इस बार बजट में क्या है
बजट पेश करने से पहले वित्त मंत्री राष्ट्रपति भवन पहुंचीं। वहां, उन्होंने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ वित्त राज्य मंत्री भागवत किशनराव कराड, पंकज चौधरी और वित्त मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने केंद्रीय बजट 2022-23 पेश करने से पहले राष्ट्रपति से मुलाकात की।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि अमृत काल के दौरान, हमारी सरकार का लक्ष्य भारत @100 के लिए निर्धारित दृष्टिकोण को प्राप्त करना है। हम मैक्रोइकॉनॉमिक ग्रोथ फोकस + माइक्रोइकॉनॉमिक वेलफेयर फोकस के जरिए इसे प्राप्त करेंगे। बजट 2022 अगले 25 साल के अमृत काल पर अर्थव्यवस्था को चलाने के लिए नींव रखना चाहता है।
टैक्स स्लैब में नहीं हुआ कोई बदलाव
इस बार के बजट में इनकम टैक्स स्लैब में कोई बदलाव नहीं किया गया है। वैसे नौकरीपेशा लोग उम्मीद कर रहे थे कि टैक्स छूट की सीमा को शायद 2.5 लाख से बढ़ाकर 3 लाख रुपये कर दिया जाए या फिर 80सी के तहत डिडक्शन की सीमा को 1.5 लाख रुपये से बढ़ाकर 2 लाख रुपये कर दिया जाए। हालांकि, इनकम टैक्स में राहत की आस लगाए लोगों के लिए यह बजट बेहद मायूसी भरा रहा