झील क्षेत्र में बन रहे ट्रायल ट्रेक का आरडीएसओ महाप्रबन्धक ने निरीक्षण किया

ट्रायल के बाद 260 की रफ्तार से दौडेगी रेल

शैलेश माथुर की रिपोर्ट 

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सांभरझील (जयपुर)। गुढा साल्ट परिक्षेत्र सांभर झील एरिया में करीब 59 किलोमीटर लम्बा बन रहा ट्रायल ट्रेक का गुरूवार को आरडीएसओ के महाप्रबन्धक विनोद शर्मा दल बल के साथ निरीक्षण करने पहुंचे, इस दौरान उनके साथ रेलवे के अनेक बड़े अफसर भी साथ रहे। ज्ञातव्य रहे कि ज्ञातव्य रहें की अनुसंधान डिजाइन और मानक संगठन (RDSO) हैं। यह भारत के रेल मंत्रालय के तहत एक अनुसंधान और विकास संगठन है, जो रेलवे बोर्ड, जोनल रेलवे और रेलवे उत्पादन इकाइयों के लिए डिज़ाइन और मानकीकरण के संबंध में तकनीकी सलाहकार और सलाहकार के रूप में कार्य करता है। रेलवे उपकरण और रेलवे निर्माण, संचालन और रखरखाव से संबंधित तकनीकी समस्यायें सलाह मशविरा करके निपटारा करती हैं। 

फुलेरा से मेडता जंक्शन तक रेलवे ट्रेक के देख रेख व सार सम्भाल का कार्य  देख रहे देवीलाल चोधरी ने गुढ़ा से मिठड़ी तक दौरे के दौरान महाप्रबन्धक को अनेक समस्याओं के बारे में बताया। मौके पर पहुचे गुढ़ासाल्ट ग्रामवासियों नें दो ट्रेनों के ठहराव व जयपुर-फुलेरा शटल को मकराना, मेड़ता सिटी तक आगे बढाये जाने की मांग को लेकर ज्ञापन सौपा। ज्ञापन में लिखा गया है की भोपाल-जोधपुर, जोधपुर-भोपाल ट्रेनों का ठहराव लॉकडाऊन के दौरान बन्द कर दिया गया था जो की अभी तक वापस ठहराव नही किया जा रहा है। जिसे यहां आसपास के 25 किलोमीटर क्षेत्र में गुजर बसर करने वाले, पढ़ने वाले बच्चों व रोजगार के लिए बाहर अप डाउन करने वाले श्रमिको के लिए समस्याओ का पहाड़ टूट गया है। 

बताया कि उक्त महाप्रबन्धक की ओर से सांभर से नावा तक दौरा किया गया हैं, कार्य दो चरणों में किया जा रहा है, जिसमें पहला सांभर से नावा तक का किया गया हैं। 25 किमी. के दायरे में चार नये स्टेशन बनाये जाएगें। गुढ़ा साल्ट, जाब्दीनगर, नावा, मिठड़ी तथा दूसरे चरण में नावा से मिठड़ी 34 किमी.तक स्वीकृति मिल गई है वह भी अब शुरू हो जायेगा। अभी इन ट्रेकों पर 160 की स्पीड तक ट्रेनें चलती है, लेकिन अब यह ट्रायल ट्रेक बनने के बाद इस पर पॉवर कॉच, एनएचबी कॉच जैसी ट्रेनों के ट्रायल के बाद ट्रेने 260 की रफ्तार से फर्राटे से दौड़ती नजर आएगी। इस दौरान ट्रेकों पर लगने वाले घुमावों की स्थिति का भी जायजा लिया गया हैं।