"इनटेरोगेटिंग अथॉरिटी: दलित विमेन टाॅक बैक" पर विशेष चर्चा
www.daylife.pageजयपुर। भारतीय लेखिका और अनुवादक प्रोफेसर माया पंडित ने इंडियन सोसाइटी फॉर प्रमोशन ऑफ इंग्लिश लैंग्वेज एंड लिटरेचर (आइस्पैल इंडिया) के साहित्यिक सत्संग में अत्यधिक महत्वपुर्ण विषय "इनटेरोगेटिंग अथॉरिटी: दलित विमेन टाॅक बैक" पर विशेष चर्चा की। प्रोफेसर पंडित ने दलित औरतों की समस्याओं और संघर्षों को सूक्ष्मता से विश्लेषित कर बयां किया और कैसे विभिन्न लेखनियों के माध्यमों से दलित महिलाओं ने अपने संघर्ष और शोषण की कहानियों को आमजन तक पहुंचाने की कोशिश की है इसके उदाहरण प्रस्तुत किए।
प्रोफेसर अनुपमा वोहरा, प्रेसिडेंट, आइस्पैल और प्रोफेसर, अंग्रेजी विभाग, डीडीई, जम्मू विश्वविद्यालय ने विशेष रूप से इस कार्यक्रम को संयोजित किया। डाॅ. सोमाली साहा, असिंटटेंट प्रोफेसर, अंग्रेजी विभाग, वीमेन्स कालेज, अगरतला, त्रिपुरा ने सेशन में चेयर पर्सन की अहम भुमिका निभाकर
दलित महिलाओं के तीन तरफ़ा शोषण पर अपनी भावनाएं संप्रेषित की। सेंट्रल युनिवर्सिटी आफ जम्मू, साम्बा, जम्मू से असिंटटेंट प्रोफेसर डाॅ. प्रवीन कुमारी ने कार्यक्रम को सुचारू रूप से संचालित किया।
डाॅ. जी.ए. घनश्याम, फाउंडर और जनरल सैकट्ररी, आइस्पैल और प्रोफेसर आफ इंगलिश, डायरेक्टरेट ऑफ हायर एजुकेशन, रायपुर, छतीसगढ़ ने लेखिका माया पंडित के प्रति सादर आभार व्यक्त किया। यह कार्यक्रम ऑनलाइन जूम प्लेटफार्म पर प्रमोद ढींगले, आइटी कोर्डिनेटर, आइस्पैल इंडिया के विशेष सहयोग से सम्पन्न हुआ। सभी प्रबुद्ध नारियों ने दलित नारी के जीवन संघर्ष के सभी पहलुओं पर संवेदनशील चर्चा कर कार्यक्रम को अतिविशिष्ट और सराहनीय बना दिया।