खसरा नंबर 581 रकबा 18 बीघा 18 बिस्वा भूमि पालिका के खाते में है मिनी स्टेडियम के नाम से दर्ज
बार एसोसिएशन ने एसडीएम से लगायी गुहार
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सांभरझील (जयपुर)। सांभर नगरपालिका के खाते में मिनी स्टेडियम के नाम से दर्ज आराजी खसरा नम्बर-581 रकबा 18 बीघा 18 बिस्वा भूमि कई सालों से वीरान पडी हुर्ह है। राज्य सरकार की ओर से ग्रामीण क्षेत्रों में विभिन्न खेलों में रूचि रखने वाले खिलाडियों के लिए मिनी स्टेडियम बनाए जाने के लिए भूमि आरिक्षत तो कर दी लेकिन प्रदेश सरकार का खेल मंत्रालय अपनी ही इस योजना को साकार करने में कामयाब नहीं हो सका। गौरव पथ पर नवीन अदालत भवनों से पहले मुख्य मार्ग व देवयानी तीर्थ स्थल जाने वाले उप मार्ग पर स्थित इस भूमि की सुरक्षा व संरक्षा प्रदान करने के लिए इसका स्वामित्व नगरपालिका को इसलिए सौंप दिया गया था कि यहां पर अलग से खेल मंत्रालय से जुडा कोई विभाग नहीं है।
तत्कालीन एसडीएम अशोक कुमार शर्मा की मौजूदगी में नगरपालिका प्रशासन की शिकायत पर उक्त भूमि से कुछ कथित खातेदारों के कब्जे हटाकर इसे पूरी तरह से अतिक्रमण से मुक्त करवा दिया गया और अल्प समय में ही मिनी स्टेडियम के लिए आरक्षित भूमि पर जयपुर की तर्ज पर सैण्ट्रल पार्क व स्टेडियम निर्माण किए जाने के लिए तत्कालीन एसडीएम अशोक कुमार शर्मा की मौजूदगी में एक शानदार प्रोग्राम का आयोजन कर विधायक निर्मल कुमावत के कर कमलों से इस भूमि पर सम्राट पृथ्वीराज चौहान सैण्ट्रल पार्क स्टेडियम का निर्माण करवाए जाने हेतु 17 अक्टूबर 2017 को इसका शिलान्यास कर उस वक्त समारोह में मौजूद लोगों को सुनहरे सपने दिखा दिए गए। कुछ राजनेताओं ने अपनी इस उपलब्धि को लेकर वाहीवाही भी लूटी। यह समझ से परे है कि जब प्रदेश सरकार ने इस सम्पूर्ण भूमि को मिनी स्टेडियम के लिए रिजर्व कर रखा है तो फिर इस भूमि पर सम्राट पृथ्वीराज चौहान सैण्ट्रल पार्क स्टेडियम के दोहरे नाम का शिलान्यास पट्ट क्यों लगाया गया। शिलान्यास के बाद से इस भूमि की किसी ने सुध नहीं ली। वर्तमान में इस लम्बी चौडी भूमि पर हजारों की तादाद में सफेद आकडों के पौधों ने चारों और अपना साम्राज्य स्थापित कर लिया है।
अतिक्रमण से मुक्त करवाने के बावजूद इस भूमि की सुरक्षा के लिए अभी तक सरकारी स्तर पर कोई तारबंदी तक नहीं करवाई गई है। अभी तक इस बारे में कोई स्पष्ट जवाब देने को तैयार नहीं है कि इस भूमि पर स्टेडियम कब निर्माण शुरू होगा, इसके निर्माण के लिए खेल मंत्रालय की ओर से कब तक फण्ड उपलब्ध करवाया जाएगा। नगरपालिका की खुद की माली हालत ऐसी है कि यह काम उनके स्तर से संभव नहीं है, जब फण्ड ही नहीं है तो फिर इसका शिलान्यास किस आधार पर और जल्दबाजी में क्यों किया गया यह भी शोचनीय प्रश्न है। इसी मामले को लेकर आज बार एसोसिएशन की ओर से उक्त पार्क की भूमि को डवलप किये जाने की मांग को लेकर उपखण्ड अधिकारी राजकुमार कस्वा को एक अभ्यावेदन भी सौंपा गया है। इस मौके पर बार एसोसिएशन के सचिव सुरेश कुमार शर्मा, पूर्व कोषाध्यक्ष लालचन्द कुमावत, एडवोकेट सुरेन्द्र कुमार परिहार, शिवराज सिंह राठौड सहित अनेक अधिवक्ताओं की मौजूदगी रही।