पालिका व कॉलेज की खींचतान के कारण सांभर-फुलेरा-नावा बाइपास रोड का काम अटका

ठेकेदार को वर्क आर्डर के बाद भी डेढ साल से नहीं बन रही ग्रेवल सड़क


शैलेश माथुर की रिपोर्ट

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सांभरझील (जयपुर)। सरकारी रिकॉर्ड में गैर मुमकीन रास्ता दर्ज होने के बावजूद पिछले करीब डेढ साल से एक किलोमीटर लम्बे कच्चे रास्ते पर ग्रेवल सडक बनाये जाने का काम अटका पड़ा है, प्राप्त जानकारी के अनुसार जबकि इस मामले में किसी भी प्रकार का कोई कानूनी विवाद किसी भी न्यायालय में विचाराधीन भी नहीं है। गौर करने लायक है कि जहां से यह रास्ता गुजर रहा है उसके पश्चिम दिशा की तरफ नगरपालिका प्रशासन की ओर से अनेक आवासीय भूखण्डों के 99 वर्षीय लीज पर तमाम औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद पट्टे जारी किए गए है, जहां लोगों ने विधिवत निर्माण स्वीकृति प्राप्त कर आवासीय घर भी बना लिए है। 

इधर कॉलेज प्रशासन रास्ते की कुछ भूमि को अपने स्वामित्व की बता रहा है, भूमि नगरपालिका सांभर की कितनी है और कॉलेज की भूमि ऑन द रिकॉर्ड कितनी है इसको लेकर पालिका प्रशासन की ओर से राजस्व विभाग के पास उक्त भूमि का सीमाज्ञान करवाये जाने का अनुरोध भी किया जा चुका है,  लेकिन बेवजह ही ग्रेवल सड़क बनाये जाने के काम में रोड़ा अटकाकर लोगों को इस रास्ते की मिलने वाली शार्टकट सुविधाओं से वंचित किया जा रहा है। 

काबिले गौर बात यह है कि रास्ता आज का नहीं है बल्कि कई दशकों से राजस्व विभाग के खाते में नगरपालिका व अन्य के नाम गैर मुमकीन रास्ता यानी सरल भाषा में सरकारी आम रास्ता दर्ज है, जन साधारण के आने जाने के लिए भी यह रास्ता कच्चा शुरू से रहा है, जिसका खसरा नंबर 510, 536, 520 राजस्व रिकॉर्ड में गैर मुमकीन दर्ज बताए जा रहे है। इस रास्ते पर शुरूआती दौर में पालिका प्रशासन की ओर से बाकायदा बोर्ड की बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर ग्रेवल सडक बनाने का टेण्डर जारी किया गया था, जिस ठेकेदार ने टेण्डर छुडाया है उसको भी पालिका की ओर से गत वर्ष मार्च में ही इस कच्चे रास्ते पर ग्रेवल सडक बनाने के लिए वर्क ऑर्डर भी जारी किया जा चुका है। इस रास्ते का काम पूरा होते ही यह मार्ग स्वत: सांभर से फुलेरा वाया इरोलाव व सांभर से नावां वाया गौरव पथ होता लिंक करेगा, जिससे यह रास्ता एक तो लोगों के लिए सहज होगा तथा रास्ता शार्ट होने से ईधन व समय की भी बचत होगी, क्योंकि सांभर के पृथ्वीराज चौहान सर्किल से सीधा फुलेरा जाने वाले मार्ग पर एक तो वाहनों का दबाव कम हो जाएगा तथा दूसरी ओर भारी वाहनों की रेलमपेल भी कम होने से यह रास्ता सुरक्षित होगा। 

जानकारी करने पर मालूम हुआ कि इस गैर मुमकीन रास्ते पर ग्रेवल सडक बनाए जाने के सम्बन्ध में न तो किसी भी प्रकार से वर्तमान में कोई कानूनी विवाद किसी भी न्यायालय में विचाराधीन है और न ही सार्वजनिक रूप से कोई किसी प्रकार का रगडा-झगडा है, इसके बावजूद पालिका प्रशासन का ठेकेदार इस काम को शुरू क्यों नहीं कर रहा है। इस मामले में नगरपालिका के सहायक अभियन्ता रवि कुमार कुमावतज से बात करने पर संवाददाता को बताया कि सीमाज्ञान का निर्धारण होते ही शीघ्र ही सड़क बनाने का काम शुरू कर दिया जायेगा।