मिलिए एण्डटीवी के शो ‘और भई क्या चल रहा है?’ के मिर्जा परिवार से

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मुम्बई। एण्डीवी लेकर आ रहा है बिलकुल नया और हल्का फुलका फिक्शन शो,’और भई क्या चल रहा है?‘ जब दो अलग-अलग संस्कृति से आये परिवार एक ही छत के नीचे रहने को मजबूर हों और छोटे शहर से आई उनकी पत्नियां दांवपेंच और मुकाबले के लिये तैयार रहती हों, ऐसी ही सिचुएशनल काॅमेडी इस शो में दर्शायी गयी है। गंगा-जमुनी तहजीब के जरिये,  मिश्रा और मिर्जा परिवार को दिखाया गया है जोकि एक पुरानी नवाबी हवेली में रहते हैं। दोनों ही परिवार उस हवेली पर कब्जा करना चाहते है।

लेकिन दोनों में से कोई भी उसे बांटना नहीं चाहता। इसकी वजह से ही उनमें किसी ना किसी बात को लेकर आये दिन झगड़े होते रहते हैं। वैसे दोनों उन परेशानियों से निकलने का अपना-अपना तरीका भी ढूंढ लेते हैं। लखनवी तहजीब को साकार करते, यहां के हर रंग-रूप, स्वाद और कहानी को बड़ी ही वास्तविकता के साथ पेश करने करने के लिये, एण्डटीवी ने स्थानीय टैलेंट को शामिल किया है। वे इस शो में लीड किरदार निभा रहे हैं। 

इस शो का मिर्जा कपल तो देखने लायक है। ये मिश्रा के कभी कट्टर दुश्मन और कभी बहुत अच्छे दोस्त भी हैं! ये ऊपर से तो काफी शांत नज़र आते हैं लेकिन हंगामा खड़ा कर सकते हैं। ये हमेशा ही खुद को मिश्रा परिवार से बेहतर साबित करने में लगे रहते हैं। वैसे सकीना और जफर अली मिर्जा के किरदारों का जायका मसालेदार चाय की तरह है! पवन सिंह और अकांशा शर्मा को जफर अली और सकीना की भूमिकाएं निभाने की जिम्मेदारी सौंपी गयी है। पवन इस इंडस्ट्री में पिछले आठ सालों से काम कर रहे हैं और उन्होंने अपने पूरे कॅरियर में कई सारी भूमिकाएं निभायी हैं। वो आखिरी बार एण्डटीवी के शो ‘गुड़िया हमारी सभी पे भारी’ में अट्टा चाचा के किरदार में नज़र आये थे। अब वो ‘और भई क्या चल रहा है?’ में जफर अली मिर्जा के किरदार में हैं। पवन कहते हैं, मैं इस भूमिका को लेकर बहुत उत्सुक हूं। मुझे यह किरदार पसंद आया और इस शो में उसे जैसे पेश किया गया है वह भी। 

अपनी पत्नी से उसका डर और उसके प्रति उसका बेइंतहा प्यार है, जो इस किरदार को और भी खूबसूरत बनाता है। सकीना के प्यार का गुलाम है मिर्जा! उनका रिश्ता इस शो का सबसे बड़ा आकर्षण है! मिर्जा गृहस्थ व्यक्ति है, वह लखनऊ टी हाऊस के नाम से एक चाय की दुकान चलाता है। लोग उसे उसकी दुकान से पहचानते हैं। उसका टी-स्टाॅल काफी मशहूर है क्योंकि लोग यहां चाय की चुस्कियों पर चर्चा करते मिल जाते हैं। राजनीति से लेकर क्रिकेट और घर-गृहस्थी की बातें, यहां एक कप चाय पर हर मुद्दे पर चर्चा होती है। मिश्रा परिवार से ज्यादा बेहतर बनने के लिये वह कहानियां बनाता रहता है और सबका ध्यान अपनी तरफ खींचने की कोशिश करता है। पहले मैंने मिश्रा के किरदार के लिये आडिशन दिया था लेकिन इस शो के मेकर्स को लगा कि मैं मिर्जा के लिये ज्यादा सही हूं। 

भले ही मैं लखनवी तहजीब से भलीभांति परिचित हूं और मिर्जा के किरदार के लिये भी बेहतर हूं लेकिन मुझे अपनी उर्दू ज़बान पर काम करना पड़ा और इस भाषा को अच्छी तरह सीखना पड़ा। और उसे सीखने का सबसे अच्छा तरीका था कविताएं और गजलें पढ़ना ताकि सही तरीके से उन्हें व्यक्त कर पाऊं। किस तरह बोलना है और कहां रुकना है, सब सीखने का यही अच्छा तरीका था। ‘और भई क्या चल रहा है?’ की पूरी टीम और क्रू के साथ अच्छी तरह घुलने-मिलने का मुझे इंतजार है। साथ ही भारतीय टीवी इंडस्ट्री में कामयाबी के झंडे गाड़ने का भी। मिर्जा की पत्नी सकीना का किरदार निभा रहीं, अकांशा शर्मा एक बेहतरीन डांसर और बाॅलीवुड कोरियोग्राफर हैं। उन्होंने पहले कुछ कैमियो रोल निभाये हैं लेकिन ‘और भई क्या चल रहा है?’ से लीड अभिनेत्री के रूप में अपने सफर की शुरुआत कर रही हैं। अपने डेब्यू पर अकांशा कहती हैं, मुझे ऐसा महसूस हुआ जैसे यह किरदार मेरे लिये ही लिखा गया है। सकीना में मुझे अपना अक्स नज़र आता है। 

वह अपने पति के साथ जिस तरह से रहती है और उसके जो अंदाज हैं वो बिलकुल मेरी ही तरह हैं। इन सारी चीजों ने इस किरदार को स्वाभाविक बनाया और मेरे लिये यह इतना आसान हो गया। इस शो के राइटर्स भी मुझे रियल लाइफ में देखकर हैरान रह गये क्योंकि वो मुझमें सकीना का रूप देख सकते थे। वह बहुत जिंदादिल हैं और उसे पता है कि उसे क्या करना है। सकीना का मीठा स्वभाव और इतना सटीक अंदाज उसे ‘मीठी छुरी‘ बनाता है! वह तो अपनी छोटी उंगली पर नचा देती है मिर्जा को, ऐसे तरीके हैं सकीना के पास। शांति के साथ उसका रिश्ता थोड़ा अनोखा है और दोनों हर चीज में एक-दूसरे से मुकाबला करती हैं। फिर भी दोनों का दिन एक-दूसरे के बिना अधूरा होता है। इस किरदार को निभाना आसान था। 

हालांकि, मुझे अपनी उर्दू को बेहतर बनाना पड़ा, इसलिये मैं स्थानीय लोगों से बातचीत करती रहती थी, ताकि यहां की बोली अच्छी तरह समझ सकूं और सही तरीके से बोल पाऊं। मैं उनके बोलने के तौर-तरीके और बाॅडी लैंग्वेज को बड़ी बारीकी से देखती थी। मैं कुछेक लेडीज पार्लर भी गयी और बुरका पहनना और हिजाब बांधना सीखा। मैं सारी चीजें अपने नोटबुक में लिख लेती थी। इस शो का हिस्सा बनकर बहुत खुशी हो रही है और जब यह शो आन-एयर होगा तो दर्शकों की प्रतिक्रिया जानने का बेसब्री से इंतजार रहेगा। मुझे उम्मीद है कि आन-स्क्रीन और आफ-स्क्रीन एक शानदार अनुभव मिलने वाला है।