मुम्बई। ‘कसौटी ज़िन्दगी की’ में प्रेरणा शर्मा की भूमिका में लोकप्रिय हुईं, श्वेता तिवारी ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर अपनी 20 वर्षीय बेटी पलक तिवारी को एक पत्र लिखा है। यह पत्र क्लिनिक प्लस के नये कैम्पेन वीडियो मेरी बेटी स्ट्रॉंग के संदर्भ में था। घरेलू हिंसा के महत्वपूर्ण मुद्दे के बारे में बात करते हुए, कैम्पेन में एक छोटी लड़की के दृष्टिकोण को दर्शाया गया है। क्लिनिक प्लस के गये टीवीसी का उद्देश्य माताओं को घरेलू हिंसा और मदद मांगने के बारे में शिक्षित करना है। यह फिल्म बेटियों के लिए एक उदाहरण स्थापित करने और उन्हें मजबूत बनाने के बारे में है।
श्वेता तिवारी ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो के जरिये अपनी बेटी को पत्र सुनाया है, जिसमें वे घरेलू हिंसा को लेकर अपनी बेटी को हृदयस्पर्शी संदेश देती है। वे कहती हैं कि मैंने जीवन में बहुत कुछ देखा है, और हर कदम पर जब मैंने खुद को असुरक्षित महसूस किया, तो मैंने हिम्मत जुटायी और अपनी बेटी के लिए जो सही है, वह किया। उसने मुझे मेरी यात्रा के हर उतार-चढ़ाव को देखा है, और आज वह मजबूती से खड़ी है।
वीडियो में, श्वेता ने यह भी बताया कि जब उन्होंने पहली बार घरेलू हिंसा के खिलाफ कदम उठाया, तो कई लोग ऐसे थे जिन्होंने उन्हें यह कदम उठाने से मना किया, और कहा कि इसका असर उनके बच्चों पर पड़ेगा। हालांकि, श्वेता का मानना है कि उनकी बेटी आज जिस बुद्धिमान और मजबूत व्यक्ति के रूप में विकसित हुई है, वह श्वेता के सही निर्णयों का परिणाम है। उन्होंने अपनी बेटी से हमेशा अपनी लड़ाई खुद लड़ने की हिम्मत जुटाने की शिक्षा दी। उन्होंने कहा कि मैं हमेशा तुम्हारी ढाल नहीं बनी रह सकती, लेकिन मुझे उम्मीद है कि मेरे अनुभव और सही निर्णय तुम्हारी ज़िन्दगी में मार्गदर्शक रोशनी का काम करेंगे, जिनसे तुम्हें किसी भी स्थिति का सामना करने की ताकत और ईमानदारी मिलेगी।
क्लिनिक प्लस द्वारा प्रस्तुत किया गया नया टीवीसी बेटियों को मजबूत व्यक्ति बनाने में माताओं की केंद्रीय भूमिका का सम्मान करता है और इसका उद्देश्य महिलाओं को घरेलू हिंसा के बारे में शिक्षित करना और मदद के लिए प्रयास करना है। वीडियो को लेकर प्रसन्नता जाहिर करती हुईं श्वेता ने इसे इंस्टाग्राम पर साझा किया और घरेलू हिंसा का सामना रही सभी महिलाओं से आग्रह किया कि वे खुद के लिए खड़ी हों और 181 डायल करके घरेलू शोषण की रिपोर्ट करें। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर जारी, क्लिनिक प्लस की फिल्म मेरी बेटी स्ट्रॉंग से ताकत के सबक के बारे में, जिसे बेटियों को उनके विकसित होने की उम्र में बताने की आवश्यकता है, सार्थक बातचीत शुरू होने की उम्मीद है।