क्या कहते हैं होली के मौके पर सोनी-सब के कलाकार


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मुम्बई। होली के अवसर पर हमने सोनी टीवी के जानेमाने कलाकारों से की वे होली पर्व किस अंदाज़ में मनाते हैं, वे अपने दर्शकों को क्या कहना चाहते हैं या ऐसा कोई सन्देश जो दर्शकों को देना चाहते है। पढ़िए उनसे की गई बातचीत के अंश : 

भारती अचरेकर उर्फ ‘वागले की दुनिया’ की राधिका वागले: 

होली का त्यौ हार रंगों और स्वा दिष्टर पकवानों का त्यौसहार होता है। मुझे बचपन में होली खेलने में बड़ा मजा आता था और मैं बड़े ही उत्साकह से उसे मनाती थी। पूरनपोली होली का मेरा पसंदीदा पकवान है। मेरा मानना है कि होली नैचुरल कलर्स से ही खेलनी चाहिये और लोगों की भावनाओं का ध्यालन रखना चाहिये। इस साल मैं होली में शूटिंग पर रहूंगी और मौजूदा हालात को देखते हुए मैं होली नहीं खेलूंगी।



मनीष वाधवा उर्फ  ‘हीरो-गायब मोड ऑन’ के अमल नंदा: 

भारत में पूरे साल अलग-अलग तरह के त्यौहहार मनाये जाते हैं और उनमें से होली एक ऐसा त्यौेहार है जिसे खास जगह मिलनी चाहिये। यह रंगों, लजीज पकवानों और अपनों के साथ वक्तऔ बिताने का त्यौ हार है। मुझे गुलाल से होली खेलना अच्छार लगता है और मैं जलेबी के साथ रबड़ी जैसी मिठाई बड़े ही मजे से खाता हूं। जब मैं अपने परिवार को, खासकर अपने बच्चोंप को होली खेलते हुए देखता हूं तो मुझे बहुत खुशी मिलती है। मेरा ऐसा मानना है कि होली दुश्मोनी को खत्मव करने और दोस्तीए को नये सिरे से शुरू करने का का सबसे अच्छाऐ मौका होता है। इस साल होली थोड़ी अलग होगी और मैं सभी लोगों से कहना चाहूंगा कि घर पर अपने परिवार के साथ रहें और पूरी सावधानी के साथ होली खेलें। साथ ही पानी बचाने के लक्ष्यन का भी ध्यािन रखें।



मेघा चक्रवर्ती उर्फ ‘काटेलाल एंड सन्सा’ की गरिमा: 

होली मस्तीफभरा त्यौलहार है, जिसमें ढेर सारे स्वा दिष्ट  पकवान बनते हैं। इस त्यौलहार की सबसे अच्छी  चीज होती है इसके रंग और उससे जुड़ा माहौल। बचपन में मैं अपने कजिन्सं के साथ होली खेलती थी और अब मुझे वो होली बहुत याद आती है। होली का मेरा सबसे पसंदीदा पकवान गुझिया है। अभी जिस तरह के हालात हैं, उसे देखते हुए इस बार की होली, पिछले कई सालों से अलग होने वाली है। यह समय है और भी ज्याोदा सतर्क और एवं सावधान रहने का। अपने सभी फैन्स  को मैं इस साल एक खास मैसेज देना चाहूंगी कि इस खूबसूरत त्यौदहार को अपने घर पर ही मनायें और यदि संभव हो तो इसे वर्चुअल तरीके से मनाने की कोशिश करें।



गुल्कीख जोशी उर्फ ‘मैडम सर’ की हसीना मलिक: 

होली रंगों का त्यौघहार है और यह अपने साथ ढेर सारी मौज-मस्तीे और उत्सािह लेकर आता है। हर बार मैं एक शानदार होली पार्टी करती हूं और इसका पूरा मजा लेती हूं। मैंने बचपन में सभी तरह की होली खेली है, चाहे अनजान लोगों पर अंडा फेंकने वाली होली हो या फिर रंग भरे गुब्बांरे फेंकने वाली। खीर पूड़ी के बिना तो होली अधूरी है। इसके साथ आलू की सब्जील और अचार का स्वा्द ही अलग होता है। इस साल की होली अलग होगी, क्योंथकि मेरे ज्याऔदातर दोस्तक यहां नहीं हैं और होली पार्टी में केवल घर के ही कुछ चुनिंदा लोग होंगे। हमें इस साल ऑर्गेनिक रंगों का इस्ते माल करना चाहिये, ताकि वह स्किन को नुकसान ना पहुंचाये। होली के मजे लें लेकिन दूसरे लोगों और उनके मूड का भी ख्यातल रखें। इस होली सुरक्षित रहना भी बहुत जरूरी है।



युक्ति कपूर उर्फ ‘मैडम सर’ की करिश्माय सिंह: 

होली मेरा पसंदीदा त्यौरहार है क्योंशकि मुझे रंग बहुत पसंद आते हैं। होली के समय, गुब्बाुरे फेंकना और वॉटर-गन चलाना मुझे और भी मजेदार लगता है। इससे मुझे एक अलग ही तरह का रोमांच महसूस होता है। रंग बहुत ही जीवंत होते हें और हमारे आस-पास के माहौल को खुशनुमा बना देते हैं। इससे सारी नेगेटिविटी कहीं फुर्र हो जाती है। मुझे ऐसा लगता है कि होली हमारे अंदर की हर बुराई को दूर कर देती है और अगले दिन हमारी जिंदगी में एक नयी शुरुआत लेकर आती है। बचपन में मेरे भाई मुझे वॉटर टैंक में फेंक देते थे और हम सारा दिन होली खेलते रहते थे। होली का त्यौहहार पूड़ी और छोले के बिना तो अधूरा है। इस साल मेरी होली और भी मजेदार होने वाली है क्यों कि मैं अपने होमटाऊन जयपुर जा रही हूं। मैं अपने भाइयों और पेरेंट्स के साथ यह त्यौवहार मनाने वहां जा रही हूं। तो इस साल और ज्याीदा सावधान और सतर्क रहिये और सुरक्षित तरीके से होली मनाइये।