डीन रिसर्च, प्रोफेसर, एडवाइजर (एसडीजी-एसपीएच)
आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी, जयपुर
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जयपुर। राजस्थान बजट-2021 पर प्रतिक्रिया देते हुए आईआईएचएमआर यूनिवर्सिटी के डाॅ. दयाकृष्ण मंगल, डीन रिसर्च, प्रोफेसर, एडवाइजर (एसडीजी-एसपीएच) ने कहा कि इस साल राजस्थान का बजट बहुत ही शानदार रहा है। बजट में निरोगी राजस्थान पर एक महत्वपूर्ण फोकस के साथ-साथ स्वस्थ और खुशहाल राजस्थान की कल्पना पर भी बहुत ध्यान और समर्पण की भावना नजर आती है। इस बजट में माननीय मुख्यमंत्री ने सार्वजनिक स्वास्थ्य और आरोग्य के पहलू के बीच संतुलन बनाने की कोशिश की है। निरोगी राजस्थान के लिए 100 करोड़ रुपए का फंड बनाने की घोषणा एक उल्लेखनीय और प्रशंसनीय कदम है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा की गई घोषणाओं से हम बहुत खुश हैं जिन्होंने राज्य में स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूत करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज स्कीम के लिए राज्य सरकार की ओर से 3500 करोड़ रुपए का निवेश करने संबंधी पहल भी स्वागत योग्य है। बजट भाषण संतुलित है और इसमें सार्वजनिक स्वास्थ्य और उपचारात्मक देखभाल पर पर्याप्त ध्यान दिया गया है।
उनका मानना है कि बजट मुख्यमंत्री गहलोत ने संभाग स्तर पर पब्लिक हेल्थ स्कूल की स्थापना, स्वास्थ्य अधिकार अधिनियम को लागू करने और अस्पताल प्रशासकों के लिए कैडर बनाने की घोषणा की है। सरकार के इन कदमों से निश्चित तौर पर राज्य में आने वाले दिनों में स्वास्थ्य देखभाल की दिशा में व्यापक सुधार नजर आएगा।
डाॅ. दयाकृष्ण मंगल ने कहा कि जैसा कि हम जानते हैं कि हमारा प्रदेश कोविड-19 से संबंधित मामलों की संख्या पर अंकुश लगाने के लिए बहुत तत्पर रहा है। इसी दिशा में हम राज्य सरकार को उसकी शानदार पहल के लिए बधाई देते हैं और उसकी सराहना करते हैं। आईआईएचएमआर विश्वविद्यालय भी राज्य सरकार के सलाहकार बोर्ड में शामिल है, ताकि सरकार के कार्यों और योजनाओं को प्रभावी तरीके से लागू किया जा सके।
प्रदेश के 25 जिलों में नर्सिंग कॉलेज खोलने संबंधी बजट घोषणा का भी हम स्वागत करते हैं। आईआईएचएमआर विश्वविद्यालय ने नर्सिंग स्टाफ के लिए क्षमता निर्माण में हमेशा योगदान दिया है। हाल ही में मध्यप्रदेश के 23 नर्सिंग स्टाफ के लिए क्षमता निर्माण कार्यक्रम का आयोजन किया गया और इस दौरान प्रशासनिक नर्सिंग संवर्ग के लिए प्रबंधन प्रशिक्षण के माध्यम से क्षमताओं का निर्माण करने का प्रयास किया गया।
उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों की जानकारी और ज्ञान में वृद्धि करने के लिहाज से डिजिटल एजुकेशन एक महत्वपूर्ण कदम है। यह डिजिटल शिक्षा की आवश्यकता और सरकार द्वारा हाल ही में घोषित राष्ट्रीय शिक्षा नीति का समर्थन करने की दिशा में एक शानदार पहल है।
राज्य सरकार ने संभाग स्तर पर पब्लिक हेल्थ स्कूल कॉलेजों को शुरू करने की पहल के साथ हमारी भावनाओं को भी महत्व दिया है। आईआईएचएमआर विश्वविद्यालय 1984 से सार्वजनिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में अग्रणी है और हाल ही में आईआईएचएमआर ने सार्वजनिक स्वास्थ्य क क्षेत्र में एसडी गुप्ता स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ की घोषणा की है।
डाॅ. दयाकृष्ण ने बजट प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कुल मिलाकर घोषित राज्य का बजट आगामी वर्ष के लिए फलदायी होगा। हमेशा बजट से अधिक उम्मीदें लगाई जाती हैं। इस बार भी सार्वजनिक स्वास्थ्य को मजबूत करने के लिए अधिक घोषणाओं की उम्मीदें लगाई गई थीं, जैसे अधिक उप-केंद्रों को स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों में परिवर्तित करना और सर्विलांस और एपिडेमियोलाॅजी की क्षमता बढ़ाने के लिए घोषणा। आईआईएचएमआर विश्वविद्यालय सार्वजनिक स्वास्थ्य केंद्र रहा है और स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र की बेहतरी और स्वास्थ्य सेवा कार्यबल को कुशल बनाने की दिशा में योगदान देता रहेगा।