मुम्बई। एण्डटीवी के कलाकारों ‘भाबी जी घर पर हैं‘ के विभूति (आसिफ शेख) और अनीता (नेहा पेंडसे), ‘हप्पू की उलटन-पलटन‘ के हप्पू (योगेश त्रिपाठी) और राजेश (कामना पाठक), ‘गुड़िया हमारी सभी पे भारी‘ के गुड़िया (सारिका बहरोलिया) और पप्पू (मनमोहन तिवारी) और ‘संतोषी मां सुनाए व्रत कथाएं‘ के संतोषी मां (ग्रेसी सिंह) और स्वाति(तन्वी डोगरा) ने गणतंत्र दिवस के अवसर पर अपने जोश और अपने अंदर की देशभक्ति की भावना को व्यक्त किया।
नेहा पेंडसे उर्फ अनिता भाबी ने कहा, भारत अपनी विविधता और अपने सांस्कृतिक परम्परा में समृद्ध एकता के लिए जाना जाता है। और यह सब गणतंत्र दिवस की परेड में बहुत ही खूबसूरती के साथ देखने को मिलता है। सैनिकों और सांस्कृतिक परेड्स के साथ यह पूरा माहौल बहुत ही आकर्षक होता है। इस साल यह उत्सव कम लोगों के बीच होगा, लेकिन हर भारतीय का जोश हमेशा की तरह बहुत ही ज्यादा होने वाला है। मैं सभी को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं देती हूं और हमें हमारे गौरवशाली अतीत का जश्न मनाना चाहिए और ये शपथ लेनी चाहिए कि हम अपने बहादुर स्वतंत्र सेनानियों की कोशिशों को कभी व्यर्थ नहीं जाने देंगे।
योगेश त्रिपाठी उर्फ दरोगा हप्पू सिंह ने कहा, मुझे याद है मेरे स्कूल और कॉलेज के दिनों में, गणतंत्र दिवस एक ऐसा दिन होता था जहां हम झंडा फैलाने के समारोह में भाग लेते थे और उसके बाद हम एक स्काउट परेड करते थे और सांस्कृतिक प्रोग्राम में हिस्सा लेते थे। भले ही इस समारोह का जश्न सीमित और कम लोगों के बीच होगा, लेकिन सभी में भरपूर उत्साह होगा। मैं हर साल इस सांस्कृतिक कार्यक्रम में मिलिट्री परेड और इस ड्रिल का बेसब्री से इंतजार करता हूं। सभी को गणतंत्र दिवस की हार्दिक बधाईयां और अपने नेशनल हीरोज को श्रद्धांजलि देने और उन्हें याद करने के लिए थोड़ा समय निकालें।
ग्रेसी सिंह उर्फ संतोषी मां ने कहा, गणतंत्र दिवस एक ऐसा दिन है जब हर भारतीय का दिल देशभक्ति में डूब जाता है और अपनी मातृभूमि के लिए उनका अटूट प्यार देखने को मिलता है। पांच दशक में इस साल ये पहली बार है कि परेड में कोई भी मुख्य अतिथि नहीं होगा और छोटे स्तर पर कम लोगों के बीच इसका जश्न मनाया जाएगा। लेकिन इससे हमारा जोश और जश्न दोनों ही कम नहीं होगा। मैं सभी को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं देती हूं। इस बात में कोई भी संदेह नहीं है कि हमारा देश दुनिया में सबसे महान है और हमें इसे और भी ज्यादा बेहतर बनाने की कोशिश करनी चाहिए।
सारिका बहरोलिया उर्फ गुड़िया ने कहा, गणतंत्र दिवस का जो सबसे यादगार हिस्सा है वो है कि अपने पूरे परिवार के साथ बैठकर टेलीविजन पर परेड देखना। अलग-अलग राज्यों की झांकियां देखना मुझे बहुत पसंद है। इसने मुझे हमेशा जिज्ञासु बनाए रखा है। हम सभी के बीच एक बहस होती है और परिवार के सदस्यों में सबसे अच्छा और प्रत्येक का अपना व्यक्तिगत पसंदीदा होता है। हालांकि इस साल एक छोटी परेड होने वाली है जिसे देखने के लिए वहां पर सीमित लोग ही होंगे लेकिन फिर भी सबका जोश हमेशा की तरह हाई होगा। सभी को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।
आसिफ शेख उर्फ विभूति नारायण मिश्रा ने कहा, श्हर साल गणतंत्र दिवस की परेड देखना एक परम्परा है। 26 जनवरी को हर साल, हर भारतीय का दिल देशभक्ति, गौरव और प्रेम से भर जाता है। ये भव्य परेड बहुत ही खूबसूरती के साथ हमारी समृद्ध विभिन्न सांस्कृतिक और हमारे देश के सैनिकों की क्षमताओं को दर्शाती है। मैं वीरता पुरस्कारों, मिलिट्री और सांस्कृतिक परेडों का बेसब्री से इंतजार कर रहा हूं। गणतंत्र दिवस पर, हमें हमारे शहीदों को श्रद्धांजलि देना नहीं भूलना चाहिए जिन्होंने देश के लिए अपना बलिदान दिया। जय हिन्द।
मनमोहन तिवारी ने कहा, यह गणतंत्र दिवस हम सभी को एकता में रखकर एक साथ प्रगति करने की अनुमति देता है। चाहे वो किसी महामारी से लड़कर जिंदा रहने , सामाजिक और आर्थिक प्रगति करने, या फिर हमारे सभी त्यौहारों को बड़े उत्साह और जोश के साथ मनाया जाता है। आप सभी को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं और हमें भी अपने देश को और बेहतरीन बनाने और सभी के रहने के लिए एक बेहतर जगह बनाने में अपना पूरा योगदान देना है।
कामना पाठक उर्फ राजेश सिंह ने कहा, बीता हुआ साल सभी के लिए बहुत अनोखा रहा है, जिसका सामना सभी ने एक साथ मिलकर किया है, और हम सभी फिर से अपनी आम जिंदगी में लौटने की कोशिश कर रहे हैं, मैं उम्मीद करती हूं ऐसा जल्द ही होगा। दूसरे त्यौहारों और महत्वपूर्ण दिनों की तरह, इस साल गणतंत्र दिवस भी कम लोगों की मौजूदगी में होगा। इस खास दिन पर मैं अपने देश को और उन सभी शहीदों को सलाम करना चाहूंगी जिन्होंने हमारी सुरक्षा के लिए अपना जीवन लगा दिया। आइए हम अपने राष्ट्र को अखंडता और एकजुटता पर गर्व करें। जय हिंद!
तन्वी डोगरा उर्फ स्वाति ने कहा, श्गणतंत्र दिवस हर भारतीय के लिए महत्वपूर्ण दिन है। क्योंकि इस दिन ही, भारतीय गणतंत्र और इसका संविधान लागू हुआ था। भारतीय तिरंगा पहले लाहौर में फैलाया गया था, और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने देश को स्वतंत्र घोषित किया गया था। इसके अलावा, हिंदी को हमारी आधिकारिक भाषा घोषित किया गया था। हमारी मातृभूमि और हमारे शहीदों के लिए वह एक गौरव और स्नेह की भावना है। हमारे हीरोज ने एक वीरतापूर्ण संघर्ष किया है ताकि हमारी आने वाली पीढ़ियां अपने जीवन को गरिमा के साथ जी सकें। सभी को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।श्