मनोहरपुर पंचायत के आईटी सेंटर पर किया प्रदर्शन,
रोजगार सहायक पर चहेतों को कार्य देने का आरोप,
रोजगार सहायक के आश्वासन के बाद धरना समाप्त
जाफ़र लोहानी
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मनोहरपुर (जयपुर)। मनरेगा योजना के तहत पिछले 2 पखवाड़े से कार्य नहीं मिलने से नाराज मनरेगा श्रमिकों ने मनोहरपुर ग्राम पंचायत में आईटी सेंटर में पहुंच कर विरोध प्रदर्शन किया और जमकर शोर-शराबा किया उन्होंने रोजगार सहायक पर अपने चहेतो को कार्य देने का आरोप लगाया, करीब 1 घंटे बाद रोजगार सहायक ने मनरेगा श्रमिकों को काम दिलाने का आश्वासन देकर धरना समाप्त करवाया।
जानकारी के अनुसार मनोहरपुर में करीब 3000 लोगों ने मनरेगा योजना में कार्य के लिए आवेदन कर रखा है किंतु वर्तमान समय में दो ही कार्य स्वीकृत होने से यहां मात्र 350 मजदूर ही कार्य कर रहे हैं इसमें भी जिला कलेक्टर ने एक मस्टरोल में 120 श्रमिक ही कार्य करने का आदेश जारी कर दिया जिससे कई श्रमिक कार्य से वंचित हो गए हैं नरेगा योजना में काम नहीं मिलने से नाराज श्रमिकों ने आईटी सेंटर पर पहुंच कर उन्होंने जमकर शोर-शराबा किया उन्होंने रोजगार सहायक पर मनमर्जी से अपनों लोगो को कार्य देने व एक ही व्यक्ति को हर बार काम देने का आरोप लगाया।
विरोध कर रहे श्रमिकों ने बताया कि कई महिला श्रमिकों के नाम तो हर मस्ट्रॉल में आ रहे हैं जबकि कईयों के कई पखवाड़े से नाम नहीं आए हैं जिन महिलाओं को काम पर रखा था उनमें से भी मनमर्जी से कईयों को कार्य से हटा दिया गया है काम नहीं मिलने से सैनिकों के सामने भूखे मरने की नौबत आ गई है उन्होंने आईटी सेंटर में उपस्थित रोजगार सहायक से काम देने की मांग की नरेगा श्रमिक आईटी सेंटर में धरना देकर नारेबाजी करने लगी बाद में रोजगार सहायक ने उन्हें शीघ्र काम दिलाने का आश्वासन देकर धरना समाप्त करवाया विरोध प्रदर्शन के दौरान बड़ी संख्या में महिला श्रमिक मौजूद रही।
इनका कहना है
रोजगार सहायक रामस्वरूप बदरवाल का कहना है कि मनरेगा योजना में जॉब कार्ड के कर्म के अनुसार ही कार्य दिया जा रहा है। कई महिलाएं बार-बार अपना नाम दिखा देती हैं जिसके कारण कई महिलाओं का दोबारा भी नाम मस्टर रोल मैं आ गया है ऐसी महिलाओं के नाम ढूंढ के निकाले जा रहे हैं उन्होंने बताया कि उच्च अधिकारियों को समस्या से अवगत करा कर शीघ्र समाधान किया जाएगा।
इनका भी कहना है
मनरेगा योजना के सहायक अभियंता धीरेंद्र गोयल का कहना है कि मनोहरपुर में तीन स्थानों पर कार्य शुरू किए गए हैं अगर फिर भी नरेगा मजदूरों की संख्या ज्यादा है तो उन्हें टोडी और उदावाला मैं भेजकर वहां काम करवाया जा सकता है। उन्होंने शीघ्र ही आवश्यकता के अनुसार आदेश मिलने पर नए कार्य शुरू करने का आदेश भी दिया।