"जो पूछे कोई ख़ुशी का पता तो माँ का नाम लिखूं, मंदिर मस्जिद क्या है माँ के चरणों में चारो धाम लिखूं, सबसे सुन्दर जगह जगत की उसके दामन की छाँव लिखूं और देना रेहमत खुदा कलम में जितनी भी लिखूं माँ के आँचल में खुशियां तमाम लिखूं"
इंदौर। ट्रूपल डॉट कॉम द्वारा आयोजित ‘ट्रूपल प्रेजेंट्स ओपन माइक’ सीजन 2.0 के फाइनल मुकाबले में सिंगिंग, डांसिंग, पोएट्री और स्टैंडअप कॉमेडी जैसी अलग-अलग प्रतिभाओं के बीच तगड़ा कॉम्पिटिशन देखने को मिला. कैफ़े भड़ास पर हुई इस फाइनल लड़ाई में 18 वर्ष के युवा कवी विवेक साहू ने बाजी मारी। उन्होंने मां के लिए, 'जो पूछे कोई ख़ुशी का पता तो माँ का नाम लिखूं, मंदिर मस्जिद क्या है माँ के चरणों में चारो धाम लिखूं, सबसे सुन्दर जगह जगत की उसके दामन की छाँव लिखूं और देना रेहमत खुदा कलम में जितनी भी लिखूं माँ के आँचल में खुशियां तमाम लिखूं, जैसी लाजवाब कविताओं की पेशकश कर जजेज के साथ सभी का दिल जीत लिया।
वहीं दूसरे स्थान पर रहे दीपक यादव ने फाइनल राउंड में रामधारी सिंह 'दिनकर' की लोकप्रिय रचना रश्मिरथी पर बेहतरीन पेशकश देकर सबको अपनी ओर आकर्षित किया. ‘ट्रूपल प्रेजेंट्स ओपन माइक’ सीजन 2.0 की एक ख़ास बात यह भी रही कि, इस बार तीसरे पायदान पर दो प्रतिभागियों को जगह मिली। फ़ाइनल राउंड में पहुंचे 8 प्रतिभागियों के बीच हुए एक कड़े मुकाबले के बाद तीसरे स्थान पर यंग पोएट संकेत जैन और सिंगर पूजा मिश्रा को जगह मिली। बुंदेलखंड के संकेत जैन ने 'मेरी कलम है कि आज कल इत्तेफाक नहीं लिखती, टूट जाती है मगर सचाई के खिलाफ नहीं लिखती' जैसी वीर रचनाओं के साथ समां बांधा। वहीँ पूजा ने स्वर्णपुरी की लंका न मिला मां, अवधपुरी की धूल मिले गाकर, तीसरे स्थान पर संयुक्त रूप से कब्ज़ा जमा लिया। कार्यक्रम के फ़ाइनल में सिंगिंग और पोएट्री कैटेगरी में ट्रूपल हेड रोहित सिंह चंदेल ने निर्णायक जज की भूमिका निभाई। इस दौरान ट्रूपल चैनल के को-फाउंडर अतुल मलिकराम भी मौजूद रहे।
ट्रूपल को-फाउंडर अतुल मालिकराम ने विजेताओं समेत सभी प्रतिभागियों को भविष्य की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि ओपन माइक को अब "क ख ग" हिंदी के सम्मान में एक पहल और ओपन माइक जैसे दो हिस्सों में बाँट दिया गया है। जिसके रजिस्ट्रेशन अलग-अलग होंगे और इन सभी इवेंट्स का फ़ाइनल मुकाबला 29 फरवरी को कैफे भड़ास पर ही आयोजित किया जाएगा। इस मौके पर चैनल हेड रोहित सिंह ने कहा कि, हमने ट्रूपल प्रेजेंट्स ओपन माइक के जरिए लगातार चलने वाले एक अनोखे प्रोसेस की शुरुआत की है. इसके माध्यम से नई व युवा प्रतिभाओं को एक प्रभावशाली मंच देने की कोशिश की जा रही है। 2.0 कई मायनों में ख़ास रहा क्योंकि इस दौरान हमें लखनऊ और बुन्देलखंड से आये होनहार कवियों का साथ मिला. कार्यक्रम के उपरांत सभी प्रतिभागियों ने संस्था का धन्यवाद करते हुए लम्बे समय तक साथ चलने की बात कही। ट्रूपल डॉट कॉम द्वारा आयोजित इस ओपन माइक प्रतियोगिता में विजय होने वाले प्रतिभागी को ट्रूपल की तरफ से 50,000 रुपए की कीमत तक के उपहार दिए जाएंगे। जिनमें मल्टी टैलेंट्स के लिए एक कॉमन इनकम वेबसाइट भी शामिल की गयी है।