(डे लाइफ डेस्क)
जयपुर। राजस्थान खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले शासन सचिव सिद्धार्थ महाजन ने कहा कि विभाग के द्वारा जारी अधिनियम एवं आदेशों की गहनता से अध्ययन करें ताकि क्षेत्र में कार्य करते समय किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो। उन्होंने नवनियुक्त अधिकारियों से कहा कि जीवन में सीखने से कभी घबराना नहीं चाहिए।
महाजन इंदिरा गांधी पंचायती राज संस्थान में नवनियुक्त जिला रसद अधिकारी एवं प्रवर्तन निरीक्षकों के लिए आयोजित संस्थागत प्रशिक्षण को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य सेवा में आये हो तो पूरा मन लगाकर समय रहते हुए राजकार्य सम्पादित करने की शुरूआत से आदत ड़ालें। उन्होंने कहा कि सेवा में अनुशासन का बड़ा महत्वपूर्ण योगदान रहता है इसलिए फील्ड मेें अनुशासन में रहना जरूरी होता है। शासन सचिव ने कहा कि प्रदेश की लगभग 8 करोड़ की जनसंख्या है जिसमें से राज.लोक सेवा आयोग द्वारा चयनित होकर आये हो, यह आपके लिए बड़े गौरव की बात है। उन्होंने कहा कि खाद्य विभाग की कार्यप्रणाली मेें नवीनतम तकनीकी का उपयोग किया जायेगा। उन्होने कहा कि ऑफिस मैनेजमेंट के बारे में भी सीखने की महती आवश्यकता है। विभाग की पूरी कार्यप्रणाली के बारे में क्षेत्र में कार्य करने से ही समझा जा सकता है इसलिए समय-समय पर अधिकारी फील्ड में जायें।
अतिरिक्त खाद्य आयुक्त श्रीमती रश्मि गुप्ता ने कहा कि नवनियुक्त अधिकारी विभागीय प्रशिक्षण को अच्छी तरह से ग्रहण करें। उन्होंने कहा कि विभागीय प्रशिक्षण प्रत्येक सेवा के लिए महत्वपूर्ण अंग होता है। इसलिए प्रत्येक सत्र में दिये जा रहे प्रशिक्षण को गहनता से लेवें। उन्होंने कहा कि खाद्य विभाग का आमजन से सीधा जुड़ाव होता है जिससे गरीब पात्र व्यक्ति को एनएफएसए योजना के तहत गेहूं दिया जाता है। इस अवसर पर विभाग के उपायुक्त एवं उपशासन सचिव महेन्द्र सिंह राठौड, अशोक कुमार सांखला सहित अन्य अधिकारियों ने प्रशिक्षण कार्यक्रम को सम्बोधित किया।